नई दिल्ली. उत्तर और पूर्व भारत में बाढ़ का कहर जारी है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश के बाद अब उत्तराखंड में बाढ़ ने कहर बरपाया है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से 12 लोग पानी में बह गए और 53 लोग लापता हैं। उत्तरकाशी के स्वर्णघाट और संगमचट्टी में बादल फटने से 12 लोगों की मौत हो गई। इनमें फायर सर्विस के तीन जवान भी शामिल हैं। अस्सीगंगा और भागीरथी नदी में उफान पर हैं। अस्सीगंगा के पास सड़क पानी में बह गई है। भागीरथी के किनारे रह रहे लोगों को हटाया जा रहा है। गंगोत्री हाईवे पर गगोरी पुल टूट गया है। पातालगंगा के पास चट्टानें गिरने से भी हजारों लोग फंसे हैं। रामनगर में कोसी नदी उफान पर है। राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर यातायात बंद हो गया है। उत्तरकाशी में बिजली गुल है और टेलीफोन लाइन काम नहीं कर रही है।
जबर्दस्त बारिश के बाद उत्तराखंड के कई इलाकों में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ (फ्लैश फ्लड) ने तबाही मचाई है। राज्य के गढ़वाल इलाके में सरकार ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। मौसम विभाग ने शनिवार को उत्तराखंड के कुमाऊं में भारी बारिश की चेतावनी दी है। देहरादून में भी कई दौर की बारिश का अनुमान लगाया गया है। पिछले तीन दिनों में जोरदार बारिश से गढ़वाल के चमोली और कुछ अन्य इलाकों में जनजीवन पर असर पड़ा। उधर देहरादून में लगातार हो रही बारिश आफत बन चुकी है। इससे जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। सड़कों पर पानी भर गया। क्लेमेनटाउन में करीब डेढ़ सौ घरों में पानी जा घुसा है। दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर डाटकाली व मोहंड के बीच भूस्खलन से यातायात भी बाधित रहा
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