मंगलवार, 10 जुलाई 2012

गर्ल्स हॉस्टल में था रात का वक्त और हो गया अचानक यह 'गंदा' हादसा

गर्ल्स हॉस्टल में था रात का वक्त और हो गया अचानक यह 'गंदा' हादसा 

शिमला। एचपी यूनिवर्सिटी के रानी लक्ष्मी बाई (आरएलबी) कन्या छात्रावास में देर रात सीवरेज की पाइप फटने से पानी कमरों में भर गया। इस कारण छात्राओं को रात बैठकर गुजारनी पड़ी। सीवरेज के पानी का इतना फ्लो था कि 15 मिनट के भीतर ही पूरा ग्राउंड फ्लोर पानी से भर गया। जब तक छात्राएं संभलती कमरों में रखा सारा सामान खराब हो गया था। यहां तक की किताबें, लैपटॉप और अन्य रिसर्च वर्क के नोट्स भी पानी में धुल गए।



मिली जानकारी के मुताबिक रात 8:30 बजे आरएलबी हॉस्टल में छात्राएं डिनर कर रही थी। इसी बीच तेज रफ्तार से सीवरेज की पाइप से पानी बहना शुरू हो गया। शौचालय में स्थित सीवरेज की पाइप ब्लॉक होने के कारण फट गई, इससे सारा पानी अंदर कमरों में घुस गया। छात्राओं ने इस बारे में हॉस्टल वार्डन को सूचित किया। प्रशासन के अधिकारी जब तक मौके पर पहुंचते पूरा ग्राउंड फ्लोर पानी से भर चुका था। भारी मशक्कत के बाद छात्राओं को वहां से निकाला गया।
180 छात्राएं हैं हॉस्टल में
आरएलबी हॉस्टल में 180 के करीब छात्राएं रहती है। ग्राउंड फ्लोर में करीब 50 छात्राएं रह रही थी। इनमें से कुछ छात्राओं की काउंसलिंग भी चली हुई है। इस कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। छात्राओं का आरोप है कि उन्होंने सीवरेज की पाइप को ठीक करवाने के लिए कई बार प्रशासन को लिखित में भी दिया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सीवरेज की पाइप फटने से पूरे हॉस्टल में बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है। हालांकि प्रशासन की ओर से देर रात से सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कर्मचारियों की तैनाती की गई है, लेकिन सीवरेज के पानी के ज्यादा रिसाव से चारों ओर गंदगी फैल गई है। बरसात का मौसम होने से हॉस्टल में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है।
दूसरे कमरों में शिफ्ट किया छात्राओं को 
 
गर्ल्स हॉस्टल में था रात का वक्त और हो गया अचानक यह 'गंदा' हादसा
रजनी-एक कमरे में तीन लड़कियों को रखा जाता है। इससे पढ़ाई प्रभावित होती है। ग्राउंड फ्लोर में सीवरेज की समस्या के कारण, दूसरे फ्लोर में लड़कियों को शिफ्ट करने से वहां लड़कियों की संख्या अधि होने से परेशानी भी बढ़ेगी आरएलबी हॉस्टल में सीवरेज का पानी भरने से छात्राओं को कमरों से निकलने के लिए पांव में पॉलीथिन बांधना पड़ा।

‘सड़क के पानी के कारण सीवरेज की पाइप ब्लॉक हो गई थी, देर रात सफाई करवाई गई। अब सफाई पूरी तरह से करवा दी गई है, छात्राओं को दूसरे कमरों में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रशासन के सभी अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। छात्राओं की हर समस्या का निदान किया जा रहा है।डॉ. प्रेमलता चंद्रा, वार्डन, आरएलबी हॉस्टल एचपीयू

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