विश्वस्त सूत्रों के अनुसार राजेश खन्ना को अपनी मौत का आभास हो गया था। वह जानते थे कि अब उनका ज्यादा समय तक जीना मुश्किल है। इसलिए मरने से पहले उन्होंने वसीयत तैयार करवा ली थी, जिसमें निवेश की जानकारी और तमाम बैंक अकाउंट एक्सेस करने का हक अपनी दोनों बेटियां ट्विंकल खन्ना और रिंकी को दे दिया था। पत्नी डिम्पल को उन्होंने अपनी जायदाद से बिल्कुल अलग कर दिया था। यह वसीयत राजेश खन्ना, पत्नी डिम्पल, दामाद अक्षय कुमार, राजेश के कुछ खास दोस्तों और फैमिली डॉक्टर दिलीप वालवकर के सामने भी पढ़ी जा चुकी है। इसके साथ ही वसीयत पढ़े जाने तक का पूरा वीडियो भी बनाया गया। राजेश खन्ना की बंगले आशीर्वाद को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया है। उनकी लिव इन पार्टनर होने का दावा करने वाली अनीता आडवाणी ने कहा है कि राजेश खन्ना चाहते थे कि बंगले में उनकी याद में म्यूजिम बने।
रविवार, 29 जुलाई 2012
'आशीर्वाद' पर नहीं होगा डिंपल का हक, पत्नी को बेदखल कर गए हैं राजेश खन्ना
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार राजेश खन्ना को अपनी मौत का आभास हो गया था। वह जानते थे कि अब उनका ज्यादा समय तक जीना मुश्किल है। इसलिए मरने से पहले उन्होंने वसीयत तैयार करवा ली थी, जिसमें निवेश की जानकारी और तमाम बैंक अकाउंट एक्सेस करने का हक अपनी दोनों बेटियां ट्विंकल खन्ना और रिंकी को दे दिया था। पत्नी डिम्पल को उन्होंने अपनी जायदाद से बिल्कुल अलग कर दिया था। यह वसीयत राजेश खन्ना, पत्नी डिम्पल, दामाद अक्षय कुमार, राजेश के कुछ खास दोस्तों और फैमिली डॉक्टर दिलीप वालवकर के सामने भी पढ़ी जा चुकी है। इसके साथ ही वसीयत पढ़े जाने तक का पूरा वीडियो भी बनाया गया। राजेश खन्ना की बंगले आशीर्वाद को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया है। उनकी लिव इन पार्टनर होने का दावा करने वाली अनीता आडवाणी ने कहा है कि राजेश खन्ना चाहते थे कि बंगले में उनकी याद में म्यूजिम बने।
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