गुरुवार, 12 जुलाई 2012

पंचतत्व में विलीन हुए दारा सिंह

पंचतत्व में विलीन हुए दारा सिंह
मुंबई। ताकत का प्रतीक माने जाने वाले बीते जमाने के मशहूर अभिनेता और रूस्तमे हिन्द पहलवान दारा सिंह (84) का गुरूवार की शाम चार बजे मुंबई के विले पार्ले स्थित शवदाह केंद्र में अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार में कई फिल्मी हस्तियां मौजूद थीं। दारा सिंह का गुरूवार सुबह बीमारी के बाद यहां उनके जूहु स्थित आवास पर निधन हो गया था।

उनके बेटे बिंदु दारा सिंह ने अपने पिता के निधन के बाद कहा, ""फरिश्ता चला गया और अब वह एक सितारे की तरह आकाश में चमकेगा।"" अस्पताल में दारा को डाइलिसिस पर रखा गया था। रामायण धारावाहिक में हनुमान की भूमिका निभाने वाले दारा सिंह को सात जुलाई को दिल का दौरा पड़ने के बाद मुंबई के धीरूभाई अंबानी कोकिला बेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अस्पताल में उपचार के दौरान उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ और डाक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया था उन्हें बुधवार शाम अस्पताल से छुट्टी दी गई थी और इसके बाद उनके परिजन उन्हें घर ले आए थे। दारा सिंह की इच्छा था कि अंतिम समय वे अपने घर पर ही रहें। उनके परिवार में उनकी पत्नी व छह बच्चे, तीन बेटे व तीन बेटियां हैं। घर पर भी उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। उनके पारिवारिक डाक्टर आर के अग्रवाल ने बताया कि सिंह के अंतिम समय उनके परिवार के सभी सदस्य उनके पास थे।

रूस्तम-ए-हिंद के खिलाब से नवाजा गए थे -
दुनियाभर में अपनी पहलवानी के लिए मशहूर रहे दारा सिंह को रूस्तम-ए-हिंद के खिताब से भी नवाजा गया था। उन्होंने दुनिया के हर मशहूर पहलवान को उसके ही देश में धूल चटाई।

1952 में शुरू हुआ फिल्मी सफर -
1952 में उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और वतन से दूर, दादा, रूस्तम-ए-बगदाद, शेर दिल, सिकंदर -ए-आजम, राका, मेरा नाम जोकर, मर्द और धरम-करम जैसी कई फिल्मों में काम किया है। 1980 के दशक में आए टीवी धारावाहिक रामायण में उन्होंने हनुमान की भूमिका निभाई थी, जिसे काफी सराहा गया था।

1928 को धरमूच गांव में हुआ था जन्म -
दारा सिंह का जन्म 19 नवंबर 1928 को पंजाब के अमृतसर जिले के धरमूच गांव में सिख जाट परिवार में हुआ था। उनकी मां का नाम बलवंत कौर और पिता का नाम सूरत सिंह रंधावा था।

पीएम ने जताया शोक -
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दारा सिंह के निधन पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने गुरूवार को अपने शोक संदेश में कहा कि दारा सिंह हमारी देश की अनेक पीढियों के लिए आदर्श एवं प्रेरणा स्त्रोत रहे। उन्होंने शानदार तरीके से मनोरंजन जगत, खेल एवं सार्वजनिक जीवन में उंचाइयों को प्राप्त किया। हिन्दी और पंजाबी सिनेमा के अलावा कुश्ती और संसद के उच्च सदन में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।

सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने अपने शोक संदेश में कहा, भारतीय फिल्म उद्योग में एक अभिनेता, निदेशक और निर्माता के रूप में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए हमारे दिलों में उनके लिए हमेशा एक विशेष स्थान रहेगा। राज्यसभा के सदस्य के रूप में भी उन्होंने अपना विशिष्ट योगदान दिया।

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