टि्वटर ट्रेंड्स में टॉप पर "रेपिस्ट राहुल"
नई दिल्ली। अपहरण और रेप के आरोपों से घिरे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा पेश कर भले ही खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया हो लेकिन सोशल नेटवर्किग साइट्स पर उन पर कीचड़ उछालने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। माइक्रो सोशल साइट टि्वटर पर "हैस रेपिस्ट राहुल" ट्रेड शनिवार को ट्रेड लिस्ट में टॉप पर पहुंच गया। इस ट्रेंड पर हर मिनट दजर्नो ट्वीट्स किए जा रहे हैं। दिलचस्प बात यह है इनमें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की फर्जी आईडी "पीएमऑफ इंडिया" से भी लगातार राहुल पर निशाना साधा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व सपा विधायक किशोर समरीते ने राहुल गांधी पर अमेठी की एक लड़की का अपहरण कर रेप करने का मामला दर्ज कराया गया। इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस राहुल गांधी की छवि खराब करने वालो इन आरोपों का खारिज कर किशोर पर 50 लाख रूपए का जुर्माना लगा दिया। इस फैसले को चुनौती देते हुए किशोर समरीते ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 2011 में सुप्रीम कोर्ट की ओर से इस बाबत राहुल को नोटिस जारी किया गया, इसी के जबवा में राहुल गांधी ने हलफनामा पेश कर खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। राहुल ने इस हलफनामा में कहा है कि उनपर दायर यह केस खारिज किया जाए।
राहुल के खिलाफ पीएम को फर्जी खाता
टि्वटर पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का फर्जी खाते का इस्तेमाल करते हुए हैस रेपिस्ट राहुल ट्रेंड पर लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं। राहुल पर आरोपों की छड़ी लगाने के साथ ही इस खाते से अश्लील शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया है। ऎसे में पीएम का यह फर्जी खाता सोशल नेटवर्किग साइट्स पर सरकारी निगरानी और अंकुश का खुले आम मखौल भी उठाता नजर आ रहा है।
मोदी को कातिल कहना क्या?
पीएम मनमोहन सिंह के खाते से हैस रेपिस्ट राहुल के साथ किए ट्वीट में राहुल गांधी के आरोपों की तुलना करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर दोषारोपण की बात भी उठाई गई है। एक ट्वीट में कहा गया है, यदि हैस रेपिस्ट राहुल को ट्रेंड करना साजिश है क्यों कि राहुल पर आरोप साबित नहीं हुए हैं, तो फिर सेक्युलर और मीडिया यह बताए कि नरेन्द्र मोदी को कातिल कहना क्य है? अन्य टि्वट्स में भी कहा गया है कि जब नरेन्द्र मोदी को महज आरोपों के आधार पर कातिल कहा जा रहा है तो फिर राहुल गांधी को आरोपों के मुताबिक रेपिस्ट क्यों नहीं कहा जा सकता।
नई दिल्ली। अपहरण और रेप के आरोपों से घिरे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा पेश कर भले ही खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया हो लेकिन सोशल नेटवर्किग साइट्स पर उन पर कीचड़ उछालने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। माइक्रो सोशल साइट टि्वटर पर "हैस रेपिस्ट राहुल" ट्रेड शनिवार को ट्रेड लिस्ट में टॉप पर पहुंच गया। इस ट्रेंड पर हर मिनट दजर्नो ट्वीट्स किए जा रहे हैं। दिलचस्प बात यह है इनमें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की फर्जी आईडी "पीएमऑफ इंडिया" से भी लगातार राहुल पर निशाना साधा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व सपा विधायक किशोर समरीते ने राहुल गांधी पर अमेठी की एक लड़की का अपहरण कर रेप करने का मामला दर्ज कराया गया। इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस राहुल गांधी की छवि खराब करने वालो इन आरोपों का खारिज कर किशोर पर 50 लाख रूपए का जुर्माना लगा दिया। इस फैसले को चुनौती देते हुए किशोर समरीते ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 2011 में सुप्रीम कोर्ट की ओर से इस बाबत राहुल को नोटिस जारी किया गया, इसी के जबवा में राहुल गांधी ने हलफनामा पेश कर खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। राहुल ने इस हलफनामा में कहा है कि उनपर दायर यह केस खारिज किया जाए।
राहुल के खिलाफ पीएम को फर्जी खाता
टि्वटर पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का फर्जी खाते का इस्तेमाल करते हुए हैस रेपिस्ट राहुल ट्रेंड पर लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं। राहुल पर आरोपों की छड़ी लगाने के साथ ही इस खाते से अश्लील शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया है। ऎसे में पीएम का यह फर्जी खाता सोशल नेटवर्किग साइट्स पर सरकारी निगरानी और अंकुश का खुले आम मखौल भी उठाता नजर आ रहा है।
मोदी को कातिल कहना क्या?
पीएम मनमोहन सिंह के खाते से हैस रेपिस्ट राहुल के साथ किए ट्वीट में राहुल गांधी के आरोपों की तुलना करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर दोषारोपण की बात भी उठाई गई है। एक ट्वीट में कहा गया है, यदि हैस रेपिस्ट राहुल को ट्रेंड करना साजिश है क्यों कि राहुल पर आरोप साबित नहीं हुए हैं, तो फिर सेक्युलर और मीडिया यह बताए कि नरेन्द्र मोदी को कातिल कहना क्य है? अन्य टि्वट्स में भी कहा गया है कि जब नरेन्द्र मोदी को महज आरोपों के आधार पर कातिल कहा जा रहा है तो फिर राहुल गांधी को आरोपों के मुताबिक रेपिस्ट क्यों नहीं कहा जा सकता।
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