अवेध बसों का बेरोक टोक सञ्चालन ही बना हादसे का मुख्य कारण
बाड़मेर शुक्रवार को शाम छः बजे बाड़मेर सांचोर मार्ग पर हुए हादसे में २० लोगो की मौत का जिम्मेदार जिला प्रशासन को ही माना जाएगा ,बाड़मेर जालोर ,जैसलमेर से गुजरात के लिए सेकड़ो अवेध बसों के संचालन के चलते ही यह हादसा घटित हुआ हें ,बाड़मेर जैसलमेर और जालोर से सेकड़ो की तादाद में अवेध निजी बसों का संचालन गुजरात के लिए बेरोकटोक जारी हें इस स्थानों से गुजरात के लिए अहमदाबाद ,सूरत ,पालनपुर ,डीसा,भुज ,गांधीधाम आदि स्थानों के लिए बिना परमिट की सेकड़ो बसों का सञ्चालन हो रहा हें चूँकि यह बसे प्रभावशाली राजनीती पार्टियों के नेताओं द्वारा संचालित की जाती हें इन तीनो जिलो के जिला प्रशासन की औकात नहीं की इन बसों को रुकवा सके .रुकवाना तो दूर कभी आज तक इन अवेध बसों का चालन तक नहीं हुआ .कल हुए हादसे का शिकार निजी ट्रेवल्स की बस बनी जिसमे साथ से अधिक सवारी यात्रा कर रही थी ,सवाल हादसा ट्रक ड्राईवर की गलती या बस ड्राईवर की गलती का नहीं हें सवाल अवेध बस संचालन का हें .इन अवेध बसों के सञ्चालन पर जिला प्रशासन का अंकुश नहीं होने के कारण बेरोकटोक तेज गति और लापरवाही से इन बसों को चलाया जाता हें निजी ट्रेवल्स एजेंसियों की बस एक दुसरे से आगे निकल कर सवारिया लेने की होड़ में यात्रियों की जन्दगी दांव पर लगा देते हें ,कल भी यही हुआ .एक दुसरे से आगे निकालने की होड़ में बस से ट्रक टक्कर गया जिसके परिणाम स्वरुप बीस जिंदगियो को मौत का सफ़र तय करना पडा ,जालोर प्रशासन भले ही इस हादसे की अनदेखी करे मागे इस हादसे के पीछे एक बड़ा कारण अवेध बसों के संचालन का भी हें .प्रभावशाली लोगो द्वारा अवेध बसों के सञ्चालन को रोकने का प्रशासन और यातायात परिवहन विभाग सहस नहीं जुटा पता जिसके परिणाम हादसों के रूप में सामने आते हें .अतिरिक्त जिला कलेक्टर चुन्नीलाल सैन ने बताया की इस हादसे में अवेध बस सञ्चालन नहीं हें मगर यह सच हें की अवेध रूप से चल्र रही बसों पर परिवहन कार्यालय अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाए .
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