लुधियाना. नौकरी का झांसा देकर उत्तर रेलवे के जिम्नास्टिक कोच और एएसआई ने युवती को स्टेडियम में बुला कर दुष्कर्म कर डाला। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने भी केस दर्ज करने में आनाकानी की। युवती इंसाफ के लिए हाईकोर्ट की शरण में पहुंची।
अदालत के आदेश पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपी फरार है। थाना डिविजन नंबर आठ के इंस्पेक्टर नवरीत सिंह ने बताया कि रेलवे के कोच प्रेम सिंह और थाना सदर के एएसआई बलविंदर सिंह पर पीड़िता ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पुलिस को दी अपनी शिकायत में गांव घवद्दी की युवती ने बताया कि प्रेम सिंह ने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर 14 जून 2011 को गुरु नानक स्टेडियम में बुलाया था।
स्टेडियम में रहने के लिए आरोपी को कमरा मिला हुआ है। आरोपी उसे अपने कमरे में ले गया। जहां दूसरा आरोपी पहले से मौजूद था। दोनों आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद मुहं बंद रखने की धमकी दी। कमिश्नर पुलिस को दी गई शिकायत की जांच एडीसीपी- 3 ने की। जिसमें उन्होंने मामले को दाखिला दफ्तर करने की सिफारिश कर रिपोर्ट भेज दी। इंसाफ न मिलता देख युवती ने हाईकोर्ट में रिट दायर कर दी। जिसके बाद डीए लीगल की राय लेकर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी गई है।
बता दें कि कुछ दिनों पहले जिला विजिलेंस ब्यूरो ने थाना सदर पुलिस के इसी एएसआई बलविंदर सिंह को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। वो एक महिला से धोखाधड़ी के मामले में उसका नाम बाहर निकाल देने के एवज में उक्त रकम ले रहा था। थाना सदर के एसएचओ हरिंदर सिंह चमेल ने बताया कि फिलहाल आरोपी एएसआई सस्पेंड चल रहा है।
अदालत के आदेश पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपी फरार है। थाना डिविजन नंबर आठ के इंस्पेक्टर नवरीत सिंह ने बताया कि रेलवे के कोच प्रेम सिंह और थाना सदर के एएसआई बलविंदर सिंह पर पीड़िता ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पुलिस को दी अपनी शिकायत में गांव घवद्दी की युवती ने बताया कि प्रेम सिंह ने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर 14 जून 2011 को गुरु नानक स्टेडियम में बुलाया था।
स्टेडियम में रहने के लिए आरोपी को कमरा मिला हुआ है। आरोपी उसे अपने कमरे में ले गया। जहां दूसरा आरोपी पहले से मौजूद था। दोनों आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद मुहं बंद रखने की धमकी दी। कमिश्नर पुलिस को दी गई शिकायत की जांच एडीसीपी- 3 ने की। जिसमें उन्होंने मामले को दाखिला दफ्तर करने की सिफारिश कर रिपोर्ट भेज दी। इंसाफ न मिलता देख युवती ने हाईकोर्ट में रिट दायर कर दी। जिसके बाद डीए लीगल की राय लेकर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी गई है।
बता दें कि कुछ दिनों पहले जिला विजिलेंस ब्यूरो ने थाना सदर पुलिस के इसी एएसआई बलविंदर सिंह को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। वो एक महिला से धोखाधड़ी के मामले में उसका नाम बाहर निकाल देने के एवज में उक्त रकम ले रहा था। थाना सदर के एसएचओ हरिंदर सिंह चमेल ने बताया कि फिलहाल आरोपी एएसआई सस्पेंड चल रहा है।
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