शनिवार, 16 जून 2012

क्षेत्र में बालिका ह्त्या मामले में पुलिस की साहसिक कार्यवाही .पहली बार हुई कोई कार्यवाही


 क्षेत्र में बालिका ह्त्या मामले में पुलिस की साहसिक कार्यवाही .पहली बार हुई कोई कार्यवाही 




इलाज़ के आभाव में नवजात बालिका की मौत का मामला ,

पिता को किया गया गिरफतार
सम्पूर्ण कार्यवाही जिला कलक्टर जैसलमेर के समक्ष

जैसलमेर चार रोज पूर्व फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के मंदाई गाँव में एक नवजात बालिका की मौत पर बवाल मच गया था .नवजात बालिका के परिजनों पर बालिका को मारने का आरोप था ,जिस पर उप खंड अधिकारी सहित पुलिस दल ने मौके पर पहुँच बालिका के गद्दे हुए शव को बाहर निकाल मोस्त्मर्तम कराया तथा उसका बिसरा जांच के लिए भेजा ,जांच में बालिका की मौत इलाज़ के आभाव में बताई गयी ,जिस पर जिला कलेक्टर शुची त्यागी ने मृतक नवजात बालिका के पिता को गिरफ्तार करने के आदेश दिए जिस पर पुलिस ने बालिका के पिता को गिरफ्तार कर लिया .पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की एसडीएम फतेहगढ ने पुलिस थाना सांगड में रिपोर्ट पेश कि की दीनसिंह उर्फ दिलीपिंसह पुत्र नारायणसिंह जाति राजपुत निवासी मण्डाई के घर एक नवजात बच्ची का जन्म हुआ। लेकिन उक्त बच्ची की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई। जिस पर पुलिस थाना सांगड में मुकदमा दर्ज कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर गणपतलाल के निर्देशन एवं सुनिल पंवार, वृताधिकारी जैसलमेर के नेत्त्व में टीम का गठन किया गया, जिसमें थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड ओमप्रकाश गोदारा मय जाब्ता द्वारा घटनास्थल पर जाकर एसडीएम फतेहग के आदेशानुसार नवजात बच्ची के दफनाये गये शव को निकलवाया जाकर वास्ते पोस्टमार्टम चिकित्सको को सोपा गया। दौराने कार्यवाही जिला कलक्टर जैसलमेर महोदय भी फतेहग पहॅूचे तथा सम्पूर्ण कार्यवाही को अपनी निगरानी में सम्पन करवाई। उक्त घटना के संबंध में सम्पूर्ण सुचना रेणुका भाटी जिला समन्वय पीसीपीएनडीटी के द्वारा भी संकलित की गई।
सम्पूर्ण जॉच एवं तफतीश से यह तथ्य सामने आये की नवजात बालिका शिशु के जन्म के पश्चात बच्ची के पिता दीनिंसह उर्फ दिलीपसिंह द्वारा बच्ची को बचाने के लिए किसी प्रकार का कोई भी प्रयास नहीं किया एवं अपने नजदीकी चिकित्सालय में भी उपचार हेतु नहीं ले जाया गया। जबकि जॉच में विराधाभाष तथ्य सामने आये है तथा बच्ची के पिता का उसके प्रति लापरवाही का घोतक है तथा नवजात बच्ची के पिता के प्रति यह सोच भी प्रबंल हुई है कि हाल ही में राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं को बचाने का जो अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें बच्ची के पिता द्वारा किसी भी प्रकार की कोई भी रूचि नहीं दिखाई गई है। उक्त तथ्यो के आधार पर नवजात बच्ची के पिता दीनसिंह उर्फ दिलीपसिंह जाति राजपुत पुत्र नारायणसिंह निवासी मण्डाई द्वारा बच्ची के जन्म के पश्चात बच्ची को बचाने के लिए किसी भी प्रकार के प्रयास नहीं किये गये जिससे नवजात बच्ची की मृत्यु हो गई। जिसके मदेनजर दीनसिंह उर्फ दिलीपसिंह को कल दिनांक 15.06.2012 को गिरफतार किया जाकर आज शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया जहॉ से उसको पंद्रह दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भिजवाया गया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें