नए आदेश से पांच बीईईओ हुए अपात्र
गत दिनों सरकार ने आदेश जारी कर बीईईओ पद के लिए सीनियर सैकंडरी स्कूल स्तर के प्रिंसिपल को ही माना था पात्र
बाड़मेर राज्य सरकार की ओर से गत दिनों ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (बीईईओ) पद पर प्रिंसिपल ग्रेड के अधिकारी को ही लगाने के आदेश से जिले में तैनात बीईईओ की चिंता बढ़ गई है। इस आदेश से जिले में कार्यरत पांच बीईईओ अपात्र हो गए हैं। अब इन्हें एक-दो दिन में इस पद से मूल पद पर जाना पड़ेगा। ब्लॉक शिक्षाधिकारी पदों पर अब प्रिंसिपल ग्रेड के अधिकारी ही लग सकेंगे।
राज्य सरकार ने बीईईओ पदों की पात्रता अपग्रेड कर दी है। नए आदेश से जिले में पांच ब्लॉक में बीईईओ पद पर लगे प्रधानाध्यापक इस पद के लिए अपात्र हो गए हैं। योग्यता के आधार पर अब सरकार ने बीईईओ के पद पर हायर सैकंडरी स्कूल प्रिंसिपल से ही आवेदन मांगे हैं। इससे पहले बीईईओ पद के लिए माध्यमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक और व्याख्याता को भी लिया जाता था। जिले में आठ बीईईओ में से मौजूदा समय में छह कार्यरत है, इनमें से केवल एक को छोड़ बाकी सभी बीईईओ माध्यमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक स्तर के ही हैं।
सुधरेगा शैक्षणिक स्तर : गौरतलब है कि प्रदेश में निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद कई परिवर्तन हो रहे हैं। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के पद को मजबूत बनाने के लिए प्रिंसिपल ग्रेड के व्यक्ति को लगाया जाएगा। इससे स्कूलों का शैक्षणिक स्तर भी सुधरेगा। इसके अलावा अच्छी नेतृत्व क्षमता भी दिखाई देगी। अभी जिले में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के शिव व सिवाना में पद रिक्त भी चल रहे हैं, जिन पर कार्यवाहक बीईईओ लगा रखे हैं।
प्रारंभिक शिक्षा के निदेशक ने बीईईओ हटाने के दिए आदेश: सरकार के नए आदेश के बाद बीईईओ के पद कार्यरत कम ग्रेड वालों को रिलीव करने के आदेश प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने गत दिनों दिए हैं।
हालांकि अब तक जिले में किसी बीईईओ को रिलीव नहीं किया गया है।
15 मई को होने थे साक्षात्कार : नए आदेश की पालना में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पद के लिए सर्व शिक्षा अभियान की ओर से 15 मई को संभाग स्तर पर इंटरव्यू था, लेकिन किन्हीं कारणों से इंटरव्यू स्थगित हो गया। इस इंटरव्यू में अब शामिल होने के लिए वही आवेदन कर सकते थे, जो सीनियर सैकंडरी स्कूल स्तर के प्रिंसीपल हो और उसकी सेवानिवृत्ति में कम से कम 5 वर्ष बाकी हो।
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