सड़क हादसे में एएसआई की मौत, कांस्टेबल घायल
सादड़ी (पाली) रणकपुर-उदयपुर मार्ग पर गुरुवार शाम चार बजे किसी वाहन की चपेट में आने से सादड़ी थाने के एएसआई भंवरलाल हीरागर की मौत हो गई, जबकि कांस्टेबल हीरालाल मेघवाल गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना उदयपुर के सायरा थाना क्षेत्र में हुई, जिसके कारण शव को वहीं के अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया, जबकि घायल का सायरा में ही इलाज चल रहा है। उक्त दोनों पुलिसकर्मी बाइक पर आदिवासी इलाके में लुटेरों को पकडऩे के लिए गए थे। टक्कर मारने वाले वाहन का पता नहीं चल पाया है। पुलिस के अनुसार सादड़ी के सुथारों का गुड़ा गांव में गत 27 जनवरी की रात को लुटेरे एक महिला की कंठी तोड़ कर फरार हो गए थे। मामले की जांच में गुरुवार को मुखबिर से सूचना मिली थी लूट की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश उदयपुर जिले के सायरा-गोगुंदा इलाके में हो सकते है। इस सूचना पर सादड़ी थाने से एएसआई भंवरलाल हीरागर (52) कांस्टेबल हीरालाल मेघवाल के साथ बाइक लेकर गुरुवार दोपहर को लुटेरों को पकडऩे के लिए निकले। रणकपुर से आगे सायरा थाना क्षेत्र में किसी वाहन ने उनकी बाइक को चपेट में ले लिया, जिससे बाइक समेत दोनों पुलिसकर्मी गिर गए। हादसे में एएसआई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कांस्टेबल गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर सादड़ी व सायरा थाना प्रभारी पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे और घायल को सायरा के अस्पताल में भर्ती कराया।
कारखाने में भीषण आग, हजारों थान राख
हादसा चार घंटे की मशक्कत के बाद पाया गया काबू, लाखों का नुकसान
पाली
शहर के मंडिया रोड इलाके में गुरुवार को सुबह एक कारखाने में भीषण आग लगने से करीब तीन घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। आग से करीब चार हजार कपड़े के थान तथा अन्य सामान जलकर नष्ट हो गया। आग से कारखाने की इमारत को भी खासा नुकसान पहुंचा है। दर्जनों टैंकर व नगर परिषद से पहुंची चार फायरब्रिगेड ने करीब चार घंटे के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया। आग से करीब एक करोड़ रुपए का नुकसान होना बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार मंडिया रोड स्थित जयराज टैक्सटाइल में गुरुवार सुबह करीब नौ बजे कारखाने की पहली मंजिल पर लकड़ी के अडान पर सूख रहे कपड़े के थान में अज्ञात कारणों से आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया तथा मिनटों में ही आग ने पूरे अडान को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान कारखाने में कार्यरत श्रमिकों तथा अन्य लोगों में हाहाकार की स्थिति बन गई। इस बीच आग की लपटें नीचे गोदाम में रखे कपड़े के थानों तक पहुंच गई। यहां पर कार्यरत श्रमिकों तथा अन्य लोगों ने अपने स्तर पर आग को काबू में करने का प्रयास किया, मगर लपटें तेज होने के कारण सफलता नहीं मिली। मामले की जानकारी मिलते ही नगर परिषद से चार फायरब्रिगेड मौके पर पहुंचीं, इसके बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इस पर फायरब्रिगेड को भी कई चक्कर लगाने पड़े तथा दर्जनों टैंकरों की मदद से करीब चार घंटे के बाद आग पर काबू पाया गया। आग से करीब चार हजार कपड़े के थान के साथ अन्य सामान भी जलकर नष्ट हो गया। कारखाने की इमारत को भी आग से नुकसान हुआ है। ज्ञात रहे कि तीन दिन पूर्व इसी कारखाने के पड़ौस में स्थित दो कारखानों में भी आग लग गई थी, इन कारखानों में भी लाखों रुपए का नुकसान हुआ था।
हाथों हाथ पहुंचे दर्जनों पानी टैंकर
आग की सूचना मिलने मंडिया रोड समेत अन्य औद्योगिक क्षेत्र मे दौडऩे वाले टैंकर चालकों ने अपना रास्ता मंडिया रोड स्थित घटनास्थल की तरफ कर दिया। देखते ही देखते वहां पर एक दर्जन से अधिक पानी के टैंकर पहुंच चुके थे। कई टैंकर चालक तो ऐसे थे, जो आर्डर के हिसाब से अपने टैंकर में भरे पानी को खाली करने जा रहे थे, मगर आग की सूचना के बाद वे सीधे ही मौके पर पहुंचे तथा आग बुझाने की मशक्कत करते नजर आए।
एक किमी पहले रोका रास्ता
सात फैक्ट्रियों में लगी भीषण आग के बाद पुलिसकर्मियों ने रास्ता रोक दिया। आग इतनी विकराल थी कि इससे ऊपर उठता धुआं दूर तक दिखाई दे रहा था। इसके बाद एक तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। वाहन चालक भी अपने वाहन वहीं छोड़कर फैक्ट्री तक पहुंचे तथा आग बुझाने में सहयोग किया।
इधर सूर्य की तपिश, उधर आग की गर्मी
तेज गर्मी और आग के विकराल रूप के बाद भी लोगों ने आग पर काबू पाने के लिए अपनी तरफ से प्रयासों में कोई कमी नहीं रखी। कोई पानी की बाल्टी लेकर दौड़ रहा था तो कोई धू-धू कर जल रहे गोदाम में रखे कपड़े के थान आग से बचाकर बाहर लाने की कोशिश में था। गर्मी में पसीने में तरबतर होने के बाद भी लोगों की मदद का जज्बा देखने लायक था। कई लोग तो ऐसे थे कि आग की तेज लपटों की परवाह नहीं करते हुए लोहे के सरियों तथा अन्य साधनों से गोदामों की दीवार को उखाडऩे का प्रयास करते नजर आए। एसडीएम खान मोहम्मद खान समेत वहां मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने भी आग बुझाने मे पूरी तत्परता दिखाई।
पाली. धधकती फैक्ट्री तथा मौके पर जमा भीड़।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें