बुधवार, 23 मई 2012

पति सूरत में, पत्नी घर में अकेले : दोस्त उठाता रहा फायदा, फिर..

गिरिडीह. दोस्त की पत्नी को प्रेम जाल में फांस कर उसका शारीरिक शोषण करने वाले ने दोस्ती को कलंकित कर दिया है। मामला नवडीहा ओपी क्षेत्र के सियाटांड़ गांव का है। बताते हैं कि सियाटांड़ निवासी निवास कुमार वर्मा और पंकज कुमार वर्मा के बीच काफी गहरी दोस्ती थी। दोनों एक दूसरे के सुख दुख में हमेशा साथ रहते थे। सूरत में रहकर काम करने वाले ये दोनों दोस्त घर आने पर एक दूसरे के नाते रिश्तेदारों में भी साथ-साथ जाया करते थे। एक दूसरे के ससुराल में भी इन दोनों की काफी पूछ थी। साथ आना-जाना भी करते थे।  
लेकिन इनकी दोस्ती में तब दाग लग गया जब पंकज ने निवास की पत्नी को अपने प्रेम की जाल में फांस कर उसकी अनुपस्थिति में लगातार 8 माह तक उसका शारीरिक शोषण किया। इतना ही नहीं शादी का प्रलोभन देकर उसे गर्भवती कर दिया। युवक ने प्रेमिका को एक मोबाइल भी खरीदकर दिया। जिससे दोनों में लगातार बात-चीत होती रहती थी। बीते 10 मई को प्रेमी सूरत चला गया। वे इसे साथ ले जाना चाहते थे। लेकिन लोकलाज के भय से नहीं ले गया। बाद में इसे 15 मई को बुलाया। जिसके आधार पर प्रेमिका ने अस्वस्थ होने की घर में शिकायत की।

उसे अस्वस्थ होता देख उसके ससुर ने उन्हें गिरिडीह के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। यहां से ही वह प्रेमी के बुलावे पर चोरी छुपे उससे मिलने सूरत के लिए रवाना हो गई।

काफी खोजबीन के बाद भी उसका कोई पता नहीं चलने पर उसके ससुर ने नवडीहा ओपी में 15 कई को गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। उधर प्रेमिका के साथ हाबड़ा स्टेशन पड़ोसी गांव मलीडीह के कुछ युवक भी थे। बातचीत में युवकों को उसके पति और अन्य परिजनों का पता चला और उसने उसके ससुराल में इसकी सूचना दे दी। जैसे ही सूरत स्टेशन में प्रेमिका उतरी उसके प्रेमी पंकज भी वहां आ धमके। लेकिन वहां इसके परिजनों को देख मामला समझते उन्हें देर न लगी और वे फरार हो गए। परिजनों ने किसी तरह समझा बुझाकर उन्हें उसी दिन घर वापसी के लिए भेज दिया। इधर रविवार को पीडि़ता के नवडीहा पहुंचते ही मुखिया के नेतृत्व में उसे नवडीहा पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने पीडि़ता के बयान के आधार पर पंकज के खिलाफ नवडीहा ओपी में कांड संख्या 131 दिनांक 20 मई 2012 के तहत शादी का प्रालोभन देकर शारीरिक शोषण का मामला दर्ज कराया है।

जिसके आधार पर पुलिस ने पीडि़ता को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। इधर पीडि़ता बताती हैं कि पंकज की भी शादी हुई है। उसके एक बच्चे भी हैं। जबकि पीडि़ता की शादी अप्रैल 2008 में हुई है। इनके कोई बच्चे नहीं है। पति सूरत में रहते हैं। घर में केवल सास और ससुर रहते हैं। घर में ये अलग कमरे में सोती थी। इसके अकेलेपन का नाजायज लाभ उसके पति के दोस्त ने उठाया।
वे पिछले आठ माह से लगातार मोबाइल से संपर्क में रहकर रात-रात भर इसके साथ रहा करते थे। इससे वह गर्भवती हो गई।

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