मंगलवार, 22 मई 2012

उच्च न्यायलय के आदेशो की अवहेलना कर लूनी नदी में छोड़ रहे हे पानी

उच्च न्यायलय के आदेशो की अवहेलना कर लूनी नदी में छोड़ रहे हे पानी 

बालोतरा की ओद्योगिक इकाईयों से निकलने वाले प्रदूषित पानी के लूनी नदी में नहीं छोड़ने के हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद बालोतरा के बिठुजा स्थित ओद्योगिक क्षेत्र में वस्त्र धुपायी कारखानों से पानी लूनी नदी और आस पास के खेतो में छोड़ा जा रहा हे ! करीब चार माह पूर्व हाई कोर्ट ने जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए बालोतरा की समस्त ओद्योगिक इकाईयों का प्रदूषित पानी लूनी नदी में नहीं छोड़ने के आदेश दिए थे और इन इकाईयों में काम काज पर रोक लगा रखी हे जिस पर बालोतरा के वाटर पोल्यूशन कंट्रोल एंड रिसर्च बोर्ड ने सिर्फ ३० से ४० प्रतिसत ओद्योगिक इकाईयों के पानी को ट्रीट करने के आश्वाशन देकर काम काज शुरू किया लेकिन बिठुजा में संचालित होने वाली करीब २००इकाईयों में लगभग ६० प्रतिशत ने काम काज शुरू कर दिया ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता से अधिक प्रदूषित पानी छोड़े जाने पर पानी ओवर फ्लो होकर आस पास के खेतो में फेल गया जिस पर खेत मालिको ने विरोध किया सुचना मिलने पर प्रदुषण नियंत्रण मंडल के अधिकारी मोके पर पहुचे और स्तिथि की जाँच की और अवैध रूप से प्रदूषित पानी छोड़ने पर उनके खिलाफ नोटिस जारी किये वही इकाई संचालक ने इसका विरोध जताते हुए कहा की ट्रीटमेंट प्लांट की गलती की वजह और नालो की साफ सफाई नहीं करने के कारन ये पानी खेतो में फेला हे

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