गुरुवार, 10 मई 2012

बाड़मेर की जनता पर प्रशासन का कहर .पानी टेंकरों पर रोक जनता प्यासी

बाड़मेर की जनता पर प्रशासन का कहर .पानी टेंकरों पर रोक जनता प्यासी 
बाड़मेर जिला प्रशासन ने दो रोज पूर्व आदेश जारी कर शहरी क्षेत्र में पेयजल परिवहन के लिए चल रहे पानी के टेंकरों पर दिन में चलने पर प्रतिबन्ध लगाने आम जनता की प्यास के मारे हालत ख़राब हो रही हे .जिला प्रशासन की ओउर से तुगलकी फरमान जारी किये गए हें की जिस एरिया में पानी की सप्लाई  विभाग करेगा उस एरिया में बिजली की सप्लाई दो घंटे बंद रहेगी तथा शहरी क्षेत्र में चल रहे पानी के टेंकरों पर दिन में चलने पर प्रतिबन्ध लगा कर शहर में पेयजल पर अघोषित कर्फ्यू लगा दिया शहरी क्षेत्र में पेयजल विभाग द्वारा वैसे भी एक सप्ताह में एक बार जलापूर्ति की जा रही हे गर्मी के इस मौसम में पेयजल के अभाव में आम जनता को पानी के टेंकर मंगवा कर पानी की पूर्ति करनी पद रही थी .आम जनता के लिए एकमात्र पेयजल की सुविधा टेंकरों की थी जिसे जिला प्रशासन ने बंद करा जनता को मूलभूत सुविधा से वंचित कर दिया जिला प्रशासन के इस तुगलकी फरमान का आम जनता में जबरदस्त विरोध हो रहा हें वन्ही टेंकर संचालक भी प्रश्हासन के इस निर्णय के खिलाफ आन्दोलन की तयारी की जा रही हें .जनता भी प्रशासन के विरोध में स्वर मुखरित करने में जुटे हें .बाड़मेर में पेयजल की जबरदस्त किल्लत के कारण कई बस्तियों में पानी की जबरदस्त समस्या हो गयी हें पेयजल टेंकरों पर दिन में परिवाहसं पर प्रतिबन्ध लगाने से टेंकर संचालको ने रात्री में पेयजल सप्लाई की कीमतों में अघोषित वरदी कर जनता की कमर तोड़ दी .टेंकर जहां पाहे तीन सौ पचास रुपये वसूलते थे अब सात सौ रुपये वसूल रहे हें ,प्रशासन के इस निर्णय से आम जनता संकट में आ गयी हें 

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