उन्नाव. यूपी के उन्नाव जिले के फतेहपुर चौरासी कस्बे में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के एक शिक्षक ने छठी कक्षा की छात्रा को महिला रसोइया की मदद से लंबे समय तक अपनी हवस का शिकार बनाया। जब लड़की का पैर भारी हो गया तो उसे गर्भपात की दवा खिला दी गयी लेकिन उसकी शरीर से खून का रिसाव शुरू हो गया और उसकी हालत बहुत गंभीर हो गयी। लखनऊ के क्वीन मैरी अस्पताल में भर्ती इस लड़की का जब डाक्टरों ने परीक्षण किया तो वे इस मामले की हकीकत जान कर हैरान रह गये।
छात्रा के पिता ने गुरुवार को शिक्षक और महिला रसोइया के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने शिक्षक और उसकी मददगार महिला रसोइया को गिरफ्तार कर लिया है।
इस आवासीय बालिका विद्यालय में क्षेत्र की लगभग एक सौ छात्राएं विद्यालय में ही रहकर शिक्षा ग्रहण करती हैं। विद्यालय में बांदा निवासी सामाजिक विज्ञान पढ़ाने वाले शिक्षक हर नरायन ने विद्यालय की कक्षा छह में पढ़ने वाली एक 13 साल की छात्रा को अपने घर पर विद्यालय की सहायक रसोइया अनुराधा दुबे के माध्यम से बुला कर हवस का शिकार बनाता रहा। छात्रा के दो माह का गर्भ ठहरने पर दोनों ने उसे गर्भपात की दवा दी। दवा से छात्रा का गर्भ तो गिर गया लेकिन उसकी हालत बिगड़ गई।
इस पर मां बाप को बुलाकर छात्रा को उनके हवाले कर दिया गया। पिता ने छात्रा को लखनऊ के क्वीन मैरी हास्पिटल में भर्ती कराया। वहां पर बलात्कार का यह घिनौना सच सामने आया। छात्रा ने भी सारी बात अपने पिता को बतायी। तब पिता ने शिक्षक एवं रसोइया के खिलाफ थाने में तहरीर दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी देवीदयाल चतुर्वेदी ने विद्यालय प्राचार्या एवं अन्य स्टाफ के लोगों से घटना के बारे में जानकारी लेकर आरोपियों के भी बयान दर्ज किए।
छात्रा के पिता ने गुरुवार को शिक्षक और महिला रसोइया के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने शिक्षक और उसकी मददगार महिला रसोइया को गिरफ्तार कर लिया है।
इस आवासीय बालिका विद्यालय में क्षेत्र की लगभग एक सौ छात्राएं विद्यालय में ही रहकर शिक्षा ग्रहण करती हैं। विद्यालय में बांदा निवासी सामाजिक विज्ञान पढ़ाने वाले शिक्षक हर नरायन ने विद्यालय की कक्षा छह में पढ़ने वाली एक 13 साल की छात्रा को अपने घर पर विद्यालय की सहायक रसोइया अनुराधा दुबे के माध्यम से बुला कर हवस का शिकार बनाता रहा। छात्रा के दो माह का गर्भ ठहरने पर दोनों ने उसे गर्भपात की दवा दी। दवा से छात्रा का गर्भ तो गिर गया लेकिन उसकी हालत बिगड़ गई।
इस पर मां बाप को बुलाकर छात्रा को उनके हवाले कर दिया गया। पिता ने छात्रा को लखनऊ के क्वीन मैरी हास्पिटल में भर्ती कराया। वहां पर बलात्कार का यह घिनौना सच सामने आया। छात्रा ने भी सारी बात अपने पिता को बतायी। तब पिता ने शिक्षक एवं रसोइया के खिलाफ थाने में तहरीर दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी देवीदयाल चतुर्वेदी ने विद्यालय प्राचार्या एवं अन्य स्टाफ के लोगों से घटना के बारे में जानकारी लेकर आरोपियों के भी बयान दर्ज किए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें