सीएचसी पर प्रसूता की मौत पर खड़ा हुआ बवाल
:मृतका का शव रखकर परिजनों ने किया प्रदर्शन
: मंत्री, सांसद व जिला प्रमुख भी पहुंचे सीएचसी
: डॉक्टर एपीओ, सीएम एचओ को जांच के आदेश
रामसर/बाड़मेर
रामसर सीएचसी पर एक प्रसूता की मौत को लेकर परिजनों ने मृतका का शव सीएचसी पर रखकर प्रदर्शन किया। डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जिद पर अड गए, इससे माहौल गरमा गया। घटना की सूचना मिलने के बाद सांसद हरीश चौधरी, जिला प्रमुख मदन कौर, वक्फ बोर्ड मामलात मंत्री अमीन खां भी सीएचसी पहुंचे। जहां परिजनों से समझाइश करने के साथ सीएमएचओ को कार्रवाई के लिए कहा। इस पर सीएमएचओ ने ब्लॉक सीएमएचओ को प्रसूता की मौत के मामले की जांच के आदेश दिए। इसके बाद परिजनों ने मृतका का शव उठाया।
घटना के अनुसार बुधवार रात 10.30 बजे चाडी गांव निवासी हरिया देवी (21)पत्नी जोगाराम जाट को प्रसव की पीड़ा होने पर परिजन पहले एएनएम के पास लेकर गए। जहां प्रसव नहीं हुआ तो उसे सीएचसी रामसर लेकर आए। जहां डॉक्टर पी.आर. राठी ने डिलेवरी केस हैंडल किया। रात्रि 11 बजे उसने एक बच्चे को जन्म दिया। इस दौरान बच्चादानी बाहर आने से ब्लडिंग शुरू हो गई तो डॉक्टर ने उसे बाड़मेर रेफर कर दिया। परिजन प्रसूता को लेकर राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पर परिजन मृतका के शव को लेकर वापिस सीएचसी रामसर पहुंचे। जहां शव को रखकर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही से प्रसूता की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद सीएचसी पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई और माहौल गरमा गया। दोपहर को प्रसूता की मौत को लेकर बवाल खड़ा हो गया। रामसर में बैंक शाखा के उद्घाटन समारोह में शरीक होने आए सांसद हरीश चौधरी, जिला प्रमुख मदन कौर को जब घटना की सूचना मिली तो वे सीएचसी पहुंचे। जहां डॉक्टरों से मामले की जानकारी लेने के बाद सीएमएचओ को इसे गंभीरता से लेते हुए डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। इस पर सीएमएचओ ने मामले की जांच ब्लॉक सीएमएचओ महेश गौतम को सौंप दी। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों का आक्रोश शांत हुआ।
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