शुक्रवार, 4 मई 2012

आग का तांडव,मां-बेटी जिंदा जले

आग का तांडव,मां-बेटी जिंदा जले
जयपुर। शिप्रापथ थाना इलाके से गुजरने वाले वीटी रोड पर शुक्रवार सुबह चूल्हा जलाते समय भड़की आग ने मां-बेटी को अपने आगोश में ले लिया। इस घटना में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि आग की चपेट में आई महिला आठ माह से गर्भवती थी। आग की लपटों ने करीब आधा दर्जन अन्य झोपड़ों को भी अपने लपेटे में ले लिया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी ईश्वरलाल जाट ने बताया कि आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। फिलहाल आग चूल्हे से लगना बताया जा रहा है।

आग की लपटें इतनी ऊंची उठ रही थीं कि दूर से देख कर भी लोगों को सिहरन पैदा हो रही थी। पूरे इलाके में इस घटना के बाद से सनसनी का माहौल है। आग को फैलता देख यहां रहने वाले कई लोग घरों को छोड़ कर मौके से भाग निकले। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की दमकलों से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, जिसके बाद उन्हें आग में बुरी तरह झुलसी महिला और उसकी बेटी का शव नजर आया।

चूल्हे से भड़की आग
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वीटी रोड स्थित कच्ची बस्ती में शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे एक कच्चे मकान में पत्थरों से बने चूल्हे पर खाना बनाने के दौरान आग भभक उठी। तेज हवा और गर्मी के कारण देखते ही देखते आग बस्ती के आधा दर्जन कच्चे मकानों तक जा पहुंची और सब धू-धू कर जलने लगे। आग की लपटें करीब दो किमी दूर से भी दिखाई दे रही थीं। चारों तरफ धुंए का गुबार फैल गया। आग की लपटें और धुंए को देख कर आस-पास के घरों के लोग बाहर निकल आए। मौके पर खासी भीड़ जुट गई। इस दौरान ही किसी ने अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी।

दो घंटे में दो जानें लेकर बुझी आग
मौके पर पुलिस और दमकल विभाग की गाडियां पहुंचीं। करीब दो घंटे की मशक्कत और तीन से अधिक अग्निशमन की गाडियों के उपयोग से आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान कच्चे मकान में रहने वाली पच्चीस वष्ाीüया विकलांग महिला मंजू देवी और उसकी दो साल की बच्ची लक्ष्मी आग में जिंदा जल गए। आग पर काबू पाने के बाद पुलिस ने दोनों के शवों को अपने कब्जे में लिया।

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