एक झूठी कहानी कुलधरा की
जैसलमेर/ खूबसूरती ईश्वर का एक वरदान है लेकिन कभी-कभी यह शाप भी बन जाती है। जैसलमेर से लगभग 18 किलोमीटर दूर एक गांव है कुलधारा। जो इस बात की गवाही देता है। यह गांव आज वीरान हो चुका है और माना जाता है कि इसकी वजह है एक खूबसूरत लड़की है। इस लड़की के कारण ही इस गांव में रहने वाले सभी लोग रातों रात गांव छोड़कर कहां चले गये यह रहस्य बना हुआ है।
कुलधारा का रहस्य
कुलधारा के अवशेषों को देखकर ऐसा लगता है कि यह गांव कभी विकसित रहा होगा। यहां के लोग सुखी संपन्न रहे होंगे। माना जाता है कि इस गांव में पालीवाल ब्राह्मण रहा करते थे जो कृषि एवं भवन निर्माण कलाओं में काफी निपुण थे। राज्य को इस गांव से काफी राजस्व प्राप्त होता था। इस गांव के मुखिया की एक बहुत ही सुंदर बेटी थी। आस-पास के क्षेत्रों में उसकी सुंदरता की चर्चा होती थी।
मुखिया के बेटी पर जैसलमेर के दीवान सालिम सिंह मोहित हो गया और उसे अपने हरम में शामिल करना चाहा। सालिम सिंह ने इसके लिए गांव वालों और मुखिया पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद गांव वालों ने मिलकर पंचायत की और रात ही रात में पूरा गांव कुलधारा को छोड़कर कहीं चला गया। यह घटना 1825ई.की मानी जाती है।
ऐसी मान्यता है कि जब पालीवाल ब्राह्मण यह गांव छोड़कर जा रहे थे तो जाते जाते उन्होंने इस गांव को श्राप दे दिया कि यहां कोई नहीं बसेगा और यह हमेशा वीरान रहेगा।
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