कलेक्टर पहुंचीं तो मची खलबली
इधर उधर घूम रहे कर्मचारी दौड़ते पहुंचे कार्यालय में
पोकरण उपखंड अधिकारी कार्यालय में गुरुवार की दोपहर 2.30 बजे कर्मचारियों में अचानक खलबली मच गई। आकस्मिक निरीक्षण पर उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंची जिला कलेक्टर शुचि त्यागी के परिसर में आते ही कर्मचारी अपने खाली पड़े कमरों में आना शुरू हो गए। कलेक्टर ने पहुंचते ही कार्यालय परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने पंजीयन विभाग, तहसील विभाग, रेवेन्यू विभाग, रसद कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने परिसर में पहुंचते ही उपस्थिति पंजिका को देखा तथा उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में लगे सौ दिन गारंटी योजना के बोर्ड को बाहर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में क्षेत्र के अधिकारियों की बैठक ली। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी अशोक चौधरी, तहसीलदार ओमप्रकाश विश्नोई, डिस्कॉम के सहायक अभियंता मोहन सिंह राठौड़ तथा जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता उपस्थित थे।
सरकारी कार्यालयों में सोलर ऊर्जा बिजली सयंत्र लगाए जाए
कलेक्टर ने बैठक के दौरान क्षेत्र की लडखड़ाई बिजली व्यवस्था को सुधारने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षेत्र के सभी सरकारी कार्यालयों को सोलर ऊर्जा बिजली सयंत्र से जोड़ा जाए। ताकि कार्यालयों में बिजली की अनियमितता के चलते कार्य बाधित नहीं हो पाए। उन्होंने इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी को इस संबंध में सौर ऊर्जा कंपनियों से बातचीत करने तथा प्रस्ताव तैयार करवाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने तहसीलदार द्वारा क्षेत्र में बढ़ रहे अतिक्रमण तथा क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन पर की जा रही सख्त कार्रवाई की प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने टीम बनाकर अवैध खनन करने वालों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को बढ़ाने के निर्देश दिए।
जारी इंदिरा आवासों की संख्या पर जताई नाराजगी
उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने पंचायत समिति सांकड़ा कार्यालय का निरीक्षण किया। कलेक्टर के आकस्मिक निरीक्षण के चलते पंचायत समिति परिसर में कर्मचारियों की कमी दिखाई दी। साथ ही कलेक्टर त्यागी ने विभागों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र में चल रहे इंदिरा आवासों के कार्यों के संबंध में सहायक अभियंता धन्ना राम विश्नोई से जानकारी ली। उन्होंने स्वीकृत 3198 मुख्यमंत्री आवास में से मात्र 2375 इंदिरा आवासों की यूसी तैयार होने पर इसे गंभीरता से लेते हुए नाराजगी जताई।
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