गांधीधाम (गुजरात)। हाल ही में आदिपुर के एक प्रोफेसर द्वारा लिंग परिवर्तन के बहुचर्चित मामले के बाद ऐसे लोगों की भारी तादात सामने आई है, जो लिंग परिवर्तन की इच्छा रखते हैं। दरअसल यहां काम करने वाली एक सामाजिक संस्था से कई लोगों ने इस हेतु संपर्क किया है। दरअसल इस संस्था से संपर्क करने वाले होमोसेक्सुअल का कहना है कि वे लिंग परिवर्तन कराना चाहते हैं लेकिन सर्जिकल ऑपरेशन में अधिक खर्च आने के कारण वे ऐसा नहीं कर सकते।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आदिपुर के एक प्रोफेसर ने हाल ही में मुंबई के एक अस्पताल में लिंग परिवर्तन का सफल ऑपरेशन करवाया है। अब यह प्रोफेसर पूर्ण महिला है। इसके बाद जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों की बड़ी संख्या सामने आई है। यहां की एक सामाजिक संस्था ‘प्रयास’ के ऑन रिकॉर्ड में अब तक लगभग 600 लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। इन पुरुषों ने खुलेआम होमोसेक्सुअल होने की बात स्वीकारी है।
विज्ञान की मानें तो बचपन से ही हॉर्मोस में कुछ ऐसे बदलाव आ जाते हैं, जिसके चलते पुरुष खुद को स्त्री मानने लगते हैं। इनमें कुछ व्यक्तियों के दिमाग पर तो इतना असर होता है कि वे अक्सर एकांत में महिलाओं के वस्त्र पहनने, महिलाओं की तरह व्यवहार करके खुद को संतुष्ट करने का प्रयास करने लगते हैं। इसके साथ ही अनेकांे बार ऐसे पुरुष सेक्स के लिए दूसरे पुरुष की तलाश भी करते हैं। इसलिए इस स्थिति में जरूरी हो जाता है कि जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्तियों को मानसिक रूप से तैयार किया जाए, जिससे कि ये एचआईवी एड्स जैसी घातक बीमारी की चपेट में आने से बचे रहें।
गांधीनगर में हाई-प्रोफाइल गे ग्रुप :
गुजरात के गांधीनगर में होमोसेक्सुअल लोगों का एक हाई-प्रोफाइल ग्रुप भी है। उच्च वर्ग से संबंधित ये लोग आमतौर पर अनजान व्यक्तियों से संबंध बनाने से बचते हैं। इनका अपना ही एक ग्रुप है और ये अक्सर महंगी होटलों या शहर के बाहर स्थित फॉर्म हाउस में एकत्रित होते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आदिपुर के एक प्रोफेसर ने हाल ही में मुंबई के एक अस्पताल में लिंग परिवर्तन का सफल ऑपरेशन करवाया है। अब यह प्रोफेसर पूर्ण महिला है। इसके बाद जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों की बड़ी संख्या सामने आई है। यहां की एक सामाजिक संस्था ‘प्रयास’ के ऑन रिकॉर्ड में अब तक लगभग 600 लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। इन पुरुषों ने खुलेआम होमोसेक्सुअल होने की बात स्वीकारी है।
विज्ञान की मानें तो बचपन से ही हॉर्मोस में कुछ ऐसे बदलाव आ जाते हैं, जिसके चलते पुरुष खुद को स्त्री मानने लगते हैं। इनमें कुछ व्यक्तियों के दिमाग पर तो इतना असर होता है कि वे अक्सर एकांत में महिलाओं के वस्त्र पहनने, महिलाओं की तरह व्यवहार करके खुद को संतुष्ट करने का प्रयास करने लगते हैं। इसके साथ ही अनेकांे बार ऐसे पुरुष सेक्स के लिए दूसरे पुरुष की तलाश भी करते हैं। इसलिए इस स्थिति में जरूरी हो जाता है कि जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्तियों को मानसिक रूप से तैयार किया जाए, जिससे कि ये एचआईवी एड्स जैसी घातक बीमारी की चपेट में आने से बचे रहें।
गांधीनगर में हाई-प्रोफाइल गे ग्रुप :
गुजरात के गांधीनगर में होमोसेक्सुअल लोगों का एक हाई-प्रोफाइल ग्रुप भी है। उच्च वर्ग से संबंधित ये लोग आमतौर पर अनजान व्यक्तियों से संबंध बनाने से बचते हैं। इनका अपना ही एक ग्रुप है और ये अक्सर महंगी होटलों या शहर के बाहर स्थित फॉर्म हाउस में एकत्रित होते हैं।
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