शुक्रवार, 27 अप्रैल 2012

संत आसाराम बापू व उनके अज्ञात समर्थकों के खिलाफ लूट, मारपीट व धमकी देने का मुकदमा दर्ज

 

भदोही (उत्तर प्रदेश). प्रवचन करने वाले आसाराम बापू एक बार फिर विवादों में है। इस बार उन पर मारपीट करने का आरोप है। समाचार कवरेज के लिए पहुंचे रोहित गुप्‍ता नाम के एक इलेक्ट्रॉनिक चैनल के पत्रकार को पीटने व कैमरा तोड़ने के आरोप में पुलिस ने संत आसाराम बापू व उनके अज्ञात समर्थकों के खिलाफ लूट, मारपीट व धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है।
गुरुवार दोपहर में भदोही के गोपीगंज में रामलीला मैदान में संत आसाराम बापू का प्रवचन व सत्संग था। दोपहर बाद करीब तीन बजे बापू के साथ कई वाहनों का काफिला एक कंपनी के परिसर में पहुंचा। इसमें एक लालबत्ती लगी गाड़ी भी थी। यहां उनका कुछ देर आराम करने का कार्यक्रम था। एक टीवी चैनल के पत्रकार रोहित गुप्ता का कहना है कि जैसे ही आसाराम बापू का काफिला पहुंचा वे लालबत्ती वाहन समेत बापू की रिकॉर्डिंग करने लगे। इस पर आसाराम बापू और उनके समर्थक भड़क उठे और गुप्ता की पिटाई करने के साथ ही कैमरा छीनकर तोड़ डाला। इस दौरान गुप्ता को गंभीर चोटें आईं।
आरोप है कि घटना की जानकारी रोहित के अन्य साथी पत्रकारों ने पुलिस को दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार बड़ी संख्या में पत्रकार गोपीगंज थाने पहुंचे और प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। रात नौ बजे आसाराम सहित उनके अज्ञात समर्थकों पर मुकदमा दर्ज किया गया।



गौरतलब है कि पत्रकार के साथ कथित पिटाई के बाद संत आसाराम बापू ने सत्संग में जमकर 'ज्ञान' बांटा। प्रवचन के दौरान उन्होंने कहा, 'गुरु ज्ञान से बढ़कर मूल्यवान दुनिया में और कुछ भी नहीं है। गुरु ही अंधकार को मिटाकर जीवन में प्रकाश भर देता है। सच्चा कर्म ही हमें गुरु का दर्शन कराता है। लोग दु:ख आने पर प्रभु के नाम का जाप करते हैं, यदि सुख में ही भगवान का स्मरण करें तो दु:ख आने ही नहीं पाएगा। कहा कि जितना अधिक भगवान हमारा भला कर सकता है उतना कोई दूसरा नहीं। भक्त का खयाल भगवान खुद करते हैं। दु:ख की जगह खुशियां बांटनी चाहिए और संकट के समय धैर्य से काम लेना चाहिए।'

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