जोधपुर.दाऊ री ढाणी प्रतापनगर निवासी हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी धर्मेद्र सांखला को बुधवार को उनके जीवन की सबसे बड़ी खुशी मिली। शादी के करीब 11 साल बाद उनकी पत्नी गायत्री ने बुधवार सुबह 11 बजे एक निजी हॉस्पिटल में करीब सवा घंटे चले ऑपरेशन के बाद कुछ सैकंड के अंतराल पर तीनों बेटियों को जन्म दिया। उन दोनों व उनके परिजनों का कहना है कि भगवान ने हमें छप्पर फाड़कर खुशियां दी है।
हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी से जुड़े धर्मेद्र सांखला ने बताया कि संतान के लिए काफी इलाज भी कराया। आखिरकार 11 साल बाद भगवान ने उनकी झोली खुशियों से भर दी। धर्मेद्र के अनुसार एक साथ तीन बेटियों का पिता बनना जीवन की सबसे बड़ी खुशी है।शंकर नगर स्थित सूर्यनगरी हॉस्पिटल एवं वंगानी मेटरनिटी सेंटर, जहां गायत्री ने तीन बेटियों को जन्म दिया, की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वीना वंगानी ने बताया कि करीब सवा घंटे चले ऑपरेशन के बाद गायत्री ने कुछ सैकंड के अंतराल में इन्हें जन्म दिया।
मां और बच्चियां पूर्णतया स्वस्थ हैं। तीन दिन हॉस्पिटल की देखरेख में रखने के बाद उन्हें घर भेज दिया जाएगा। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक अग्रवाल ने बताया कि तीनों बच्चियों का वजन 1.5, 1.4 व 1.25 किलो है। निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. महेंद्र वंगानी और पप्पू खेतानी ने इस ऑपरेशन में सहयोग किया।
अनमोल हैं तीनों :
मां गायत्री भी एक साथ तीन बेटियां पाकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि इनके आने से जीवन की सबसे बड़ी कमी पूरी हो गई। अपने साथ तीनों बच्चियों के स्वस्थ होने पर उन्होंने ईश्वर का शुक्रिया अदा करते हुए तीनों बच्चियों को अनमोल बताया।
तीन देवियां घर आई हैं :
एक साथ तीन पोतियां पाकर दादी गीतादेवी सांखला का चेहरा भी खिल गया। उन्होंने कहा कि घर में तीन देवियां आई हैं। उन्होंने बताया कि उनके बड़े बेटे के भी तीन लड़कियां और एक लड़का है। घर के लिए लड़कियां शुभ होती हैं। छोटे बेटे को भी भगवान ने छप्पर फाड़कर खुशियां दी है।
हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी से जुड़े धर्मेद्र सांखला ने बताया कि संतान के लिए काफी इलाज भी कराया। आखिरकार 11 साल बाद भगवान ने उनकी झोली खुशियों से भर दी। धर्मेद्र के अनुसार एक साथ तीन बेटियों का पिता बनना जीवन की सबसे बड़ी खुशी है।शंकर नगर स्थित सूर्यनगरी हॉस्पिटल एवं वंगानी मेटरनिटी सेंटर, जहां गायत्री ने तीन बेटियों को जन्म दिया, की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वीना वंगानी ने बताया कि करीब सवा घंटे चले ऑपरेशन के बाद गायत्री ने कुछ सैकंड के अंतराल में इन्हें जन्म दिया।
मां और बच्चियां पूर्णतया स्वस्थ हैं। तीन दिन हॉस्पिटल की देखरेख में रखने के बाद उन्हें घर भेज दिया जाएगा। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक अग्रवाल ने बताया कि तीनों बच्चियों का वजन 1.5, 1.4 व 1.25 किलो है। निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. महेंद्र वंगानी और पप्पू खेतानी ने इस ऑपरेशन में सहयोग किया।
अनमोल हैं तीनों :
मां गायत्री भी एक साथ तीन बेटियां पाकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि इनके आने से जीवन की सबसे बड़ी कमी पूरी हो गई। अपने साथ तीनों बच्चियों के स्वस्थ होने पर उन्होंने ईश्वर का शुक्रिया अदा करते हुए तीनों बच्चियों को अनमोल बताया।
तीन देवियां घर आई हैं :
एक साथ तीन पोतियां पाकर दादी गीतादेवी सांखला का चेहरा भी खिल गया। उन्होंने कहा कि घर में तीन देवियां आई हैं। उन्होंने बताया कि उनके बड़े बेटे के भी तीन लड़कियां और एक लड़का है। घर के लिए लड़कियां शुभ होती हैं। छोटे बेटे को भी भगवान ने छप्पर फाड़कर खुशियां दी है।
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