अम्बाला.बाबैन .गांव बेरथला से तीन बच्चों की मां संग फुर्र सरपंच को आखिरकार पुलिस ने ढूंढ निकाला। सरपंच को पुलिस ने गिरफ्तार कर कुरुक्षेत्र कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं महिला ने अपने ससुराल व मायके जाने से मना कर दिया।
जिस पर अदालत ने उसे नारी निकेतन करनाल भेजने के निर्देश दिए। बता दें कि की पिछले दिनों गांव बेरथला का सरपंच अपने गांव की महिला संग फुर्र हो गया था। गांव के गोपाल नामक व्यक्ति ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें आरोप लगाया था की गांव का सरपंच अमरजीत उसकी पत्नी चरणजीत कौर को बहका फुसला कहीं भगा ले गया है। इस मामले को लेकर गांव में काफी हंगामा हुआ था।
दोनों के बीच लंबे समय से संबंध थे। जिस दिन दोनों गांव से भागे, उसी दिन सुबह भी गांव में मौजिज लोगों की पंचायत इसी मुद्दे पर हुई थी। तब पति गोपाल ने चरणजीत को घर पर रखना मंजूर कर लिया था।
शाम को दोनों मौका देख कर भाग निकले। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने डीसी मनदीप सिंह बराड़ से मिलकर गांव के सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज करने और उसे निलंबित करने की गुहार लगाई थी। डीसी बराड ने पुलिस को सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे। शनिवार को सरपंच पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
जिस पर अदालत ने उसे नारी निकेतन करनाल भेजने के निर्देश दिए। बता दें कि की पिछले दिनों गांव बेरथला का सरपंच अपने गांव की महिला संग फुर्र हो गया था। गांव के गोपाल नामक व्यक्ति ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें आरोप लगाया था की गांव का सरपंच अमरजीत उसकी पत्नी चरणजीत कौर को बहका फुसला कहीं भगा ले गया है। इस मामले को लेकर गांव में काफी हंगामा हुआ था।
दोनों के बीच लंबे समय से संबंध थे। जिस दिन दोनों गांव से भागे, उसी दिन सुबह भी गांव में मौजिज लोगों की पंचायत इसी मुद्दे पर हुई थी। तब पति गोपाल ने चरणजीत को घर पर रखना मंजूर कर लिया था।
शाम को दोनों मौका देख कर भाग निकले। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने डीसी मनदीप सिंह बराड़ से मिलकर गांव के सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज करने और उसे निलंबित करने की गुहार लगाई थी। डीसी बराड ने पुलिस को सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे। शनिवार को सरपंच पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
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