शुक्रवार, 13 अप्रैल 2012

32 करोड़ से संवरेगी श्रीकृष्ण की नगरी


मथुरा विश्व पटल पर भगवान श्रीकृष्ण की जन्म एवं क्रीडास्थली के रुप में विख्यात मथुरा नगरी को सजाया और संवारा जाएगा। इस पर करीब 32 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। केंद्र सरकार की तरफ से इसकी मंजूरी मिल गई है। प्रतिवर्ष करोड़ों की संख्या में यहां आने वाले देसी ओर विदेशी श्रद्धालुओं वे पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए यह योजना तैयार की गई है। यहां आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक संसाधन मुहैया कराने की योजना है।

रोशनी और हरियाली

जिला पर्यटन अधिकारी डी. के. शर्मा ने बताया कि कस्बा मांट के निकट स्थित राधारानी मानसरोवर कुंड के चारों ओर पक्के घाटों का निर्माण करने के साथ ही यहां पर्याप्त मात्रा में रोशनी की व्यवस्था कराई जाएगी। साथ ही पार्क विकसित कर पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। इसी तरह मथुरा में यमुना नदी किनारे पक्के घाटों का निर्माण करीब 11 करोड़ रुपये की लागत से कराया जाएगा। मथुरा के 12 किलोमीटर लंबे परिक्रमा मार्ग पर करीब 9 करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण किया जाएगा। करीब 2 करोड़ 73 लाख रुपये की लागत से गोकुल स्थित यमुना नदी के घाटों का निर्माण किया जाएगा।

कुंडों का होगा जीर्णोद्धार

शर्मा ने बताया कि वृंदावन स्थित प्राचीन दावानल कुंड के जीर्णोद्धार के लिए करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। जनपद की छााता तहसील के गांव फालैन स्थित प्रह्लाद कुंड के सौंदर्यीकरण के लिए करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपया मंजूर किया गया है। महावन स्थित चिंताहरण महादेव मंदिर का सौंदर्यीकरण करीब 1 करोड़ 25 लाख की लागत से किया जाएगा। इसी तरह गोवर्धन स्थित परिक्रमा मार्ग में हरियाली के लिए करीब 1 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

स्थानीय लोगों को फायदा

वहीं गोवर्धन , वृंदावन और गोकुल में पर्यटकों की सुविधा के लिए सुलभ शौचालय कॉम्पलैक्स बनवाए जाएंगे।जिला पर्यटन अधिकारी शर्मा के अनुसार इन सभी काम को मेगा डेस्टिनेशन स्कीम के तहत केंद्र सरकार कीस्वीकृति मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि इसके लिए कुल बजट 32 करोड़ रुपये की धनराशि जल्द ही जिलाप्रशासन को मिल जाएगी। पर्यटक स्थलों पर अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों के प्रस्ताव भी प्रदेश सरकार को भेजे गए हैं।शर्मा के अनुसार पर्यटक स्थलों का सौंदर्यीकरण होने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में निश्चित तौर पर बढ़ोतरीहोगी और इसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेग ा।

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