मंगलवार, 20 मार्च 2012

तिलवाड़ा मेले में जहरखुरानी की वारदात

तिलवाड़ा मेले में जहरखुरानी की वारदात
बालोतरा। तिलवाड़ा के मल्लीनाथ पशु मेले में तीन पशु व्यवसायी जहरखुरानी का शिकार बनकर लाखों रूपए गंवा बैठे। बेहोशी की हालत में उन्हें उपचार के लिए बालोतरा के राजकीय नाहटा चिकित्सालय पहुंचाया गया। गंभीर हालत को देखते हुए शाम को जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल के लिए रेफर किया गया। पीडितों के पूरी तरह से होश में नहीं होने से वारदात के बारे में पूरी जानकारी पुलिस को नहीं मिल पाई है।

तिलवाड़ा मेले में अश्वों की खरीद के लिए उत्तर प्रदेश के मथुरा जिला अंतर्गत नोजिल गांव निवासी बाबू पुत्र किरपा व उसका पुत्र लाला सहित पड़ौसी गांव माठ का रहवासी उनका एक सहयोगी ईमामी पुत्र रोशन शुक्रवार शाम यहां पहुंचे थे। इन लोगों के पास घोड़ों की खरीद के लिए काफी रकम भी थी। एक अज्ञात व्यक्ति ने जान पहचान के बाद शनिवार रात इन्हें दूध में कोई नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। तीनों बेहोश हो गए। अज्ञात लुटेरा इनके पास उपलब्ध रकम लेकर फरार हो गया।

जानकारी मिलने पर एएसआई शंकरसिंह व शेराराम ने नाहटा अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाया। वारदात के शिकार बने पिता पुत्र की बेहोशी रविवार शाम तक नहीं टूट पाई थी। अर्द्ध बेहोशी की हालत में पीडित इमामी ने पुलिस को दिए बयान में वारदात के बारे में जानकारी दी।

मेले की शुरूआत वारदात से
मेले की शुरूआत में ही जहरखुरानी की वारदात हो गई है। इस वारदात के बाद जान-माल की सुरक्षा को लेकर पशुपालकों व मेलार्थियों में काफी चिंता है।
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