सैलानियो को डिस्काउंट देकर आकर्षित करने का "फार्मूला"
पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगो की कवायद अब रंग लाती दिख रही है, यही कारण है कि इन दिनो स्वर्णनगरी के सोनार दुर्ग, पटवा हवेली व गड़ीसर तालाब के समीप सैलानियो के बड़े गु्रप देखे जा सकते हैं। विशेषकर इन दिनो फ्रांस, इटली व स्पेन के विद्यार्थी व शिक्षक वर्ग के लोग तथा कम बजट वाले पर्यटक यहां पहुंच रहे हंै।
दोपहर के समय गर्मी की प्रचंडता के बावजूद देशी-विदेशी मेहमानों को स्वर्णनगरी का भ्रमण करते देखा जा सकता है। गर्मी में पर्यटकाें की आवक देखकर पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगाें के चेहरे खिल उठे हंै। पर्यटन स्थलों के अलावा बाजाराें में चमड़े के सामान, रेस्टोरेंट्स व हैण्डीक्राफ्ट्स की दुकानाें में भी सैलानियों की काफी चहल-पहल देखी जा सकती है।
गर्मी मे राहत का अहसास
डिस्काउंट देकर सैलानियो को आकर्षित करने का फार्मूüला कारगर साबित होने व गर्मी के बावजूद सैलानियाें के ग्रुप आने का सिलसिला बना रहने से गाइडिंग के कार्य से जुड़े लोगाें को गत सीजन की तुलना में अच्छा रोजगार मिल रहा है। यही कारण है कि पर्यटन व्यवसायियाें के चेहरे खिले हैं। अमूमन पर्यटकाें के इंतजार में बैठे रहने वाले टैक्सी चालकाें की भी इन दिनाें काफी पूछ होने लगी है। सम व खुहड़ी के रेतीले धोराें पर व अन्य दर्शनीय स्थलाें के समीप कैमल सफारी का कारोबार करने वाले लोग भी इस सीजन में उत्साहित हैं।
"बोनस" का "सीजन"
स्वर्णनगरी में गर्मी के मौसम में भी हस्तशिल्प व्यवसायियाें ने विदेशी पर्यटकाें को रिझाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। यहां आने वाले विदेशी सैलानी हस्तशिल्प से निर्मित वस्तुओं से अभिभूत तो है ही, साथ ही हैण्डीक्राफ्ट्स से संबंधित परिधान व सौंदर्य सामग्री उन्हें काफी आकçष्ाüत कर रही है। यहां आने वाले विदेशी सैलानियाें का सबसे अधिक रूझान पेचवर्क से निर्मित तोरण पर दिखाई दे रहा है। सीजन की तरह इन दिनाें में भी अच्छा रोजगार मिलने से पर्यटन कारोबारी उत्साहित है।
इन्होने कहा
गर्मी की दस्तक होने के बावजूद इस बार जैसलमेर मे पहुंचने वाले ये सैलानी कम बजट वाले हैं। ऎसे सैलानी बजट क्लास ट्यूरिस्ट की भांति पर्यटन सीजन मे पर्यटन की इच्छा पूर्ण नहीं कर पाते। वे इन्हीं दिनो मे यहां भ्रमण करते हैं।
-चंद्रशेखर श्रीपत
पर्यटन व्यवसायी व्यवसायी
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