आग लगने से मासूम जिंदा जला, बालिका गंभीर रूप से झुलसी
उपरला गांव की ढाणी में तीन झोंपे खाक, आठ बकरियां मरी, बालिका को बाड़मेर रेफर किया, मौके तक नहीं पहुंच सकी दमकल
चौहटन तहसील क्षेत्र के उपरला गांव में सोमवार को एक रहवासी ढाणी में आग लगने से एक मासूम जिंदा जल गया, वहीं बालिका गंभीर रूप से झुलस गई। छप्पर में बंधी आठ बकरियां भी जल गईं। वहीं तीन झोंपे खाक हो गए।
उपरला गांव में स्थित धर्माराम पुत्र रुगाराम जाट की रहवासी ढाणी में शाम साढ़े चार बजे आग लग गई। इस दौरान धर्माराम मजदूरी के लिए बाड़मेर गया हुआ था, वहीं उसकी पत्नी पड़ोस में गई हुई थी। घर में बेटा व बेटी ही थे। लपटें देखकर ग्रामीण पहुंचे तब तक आग विकराल हो चुकी थी। झोपड़े से बच्चों के रोने की आवाज आने पर बाबूराम पुत्र धीराराम आग की लपटों में कूद गया। उसने झुलस चुकी बालिका को बाहर निकाला। घटना में गोगाराम (2) के झुलस जाने से मौत हो गई। वहीं गंभीर रूप से झुलसी चूकी (7) को सीएचसी चौहटन लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे बाड़मेर रेफर कर दिया गया। घटना में आठ बकरियां भी जिंदा जल गईं और तीन झोंपे खाक हो गए। घटना की सूचना मिलने पर तहसीलदार भूरसिंह राजपुरोहित, एएसआई गोमाराम, हल्का पटवारी गोरखाराम मौके पर पहुंचे।
धोरों में रुक गई दमकल
घटना की सूचना पर बाड़मेर से रवाना दमकल एक घंटे में पहुंच तो गई लेकिन धोरे में फंस गई। ढाणी धोरे के ऊपर होने से दमकल नहीं पहुंचने से आग पर काबू पाने के लिए ग्रामीणों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
उपरला गांव की ढाणी में तीन झोंपे खाक, आठ बकरियां मरी, बालिका को बाड़मेर रेफर किया, मौके तक नहीं पहुंच सकी दमकल
चौहटन तहसील क्षेत्र के उपरला गांव में सोमवार को एक रहवासी ढाणी में आग लगने से एक मासूम जिंदा जल गया, वहीं बालिका गंभीर रूप से झुलस गई। छप्पर में बंधी आठ बकरियां भी जल गईं। वहीं तीन झोंपे खाक हो गए।
उपरला गांव में स्थित धर्माराम पुत्र रुगाराम जाट की रहवासी ढाणी में शाम साढ़े चार बजे आग लग गई। इस दौरान धर्माराम मजदूरी के लिए बाड़मेर गया हुआ था, वहीं उसकी पत्नी पड़ोस में गई हुई थी। घर में बेटा व बेटी ही थे। लपटें देखकर ग्रामीण पहुंचे तब तक आग विकराल हो चुकी थी। झोपड़े से बच्चों के रोने की आवाज आने पर बाबूराम पुत्र धीराराम आग की लपटों में कूद गया। उसने झुलस चुकी बालिका को बाहर निकाला। घटना में गोगाराम (2) के झुलस जाने से मौत हो गई। वहीं गंभीर रूप से झुलसी चूकी (7) को सीएचसी चौहटन लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे बाड़मेर रेफर कर दिया गया। घटना में आठ बकरियां भी जिंदा जल गईं और तीन झोंपे खाक हो गए। घटना की सूचना मिलने पर तहसीलदार भूरसिंह राजपुरोहित, एएसआई गोमाराम, हल्का पटवारी गोरखाराम मौके पर पहुंचे।
धोरों में रुक गई दमकल
घटना की सूचना पर बाड़मेर से रवाना दमकल एक घंटे में पहुंच तो गई लेकिन धोरे में फंस गई। ढाणी धोरे के ऊपर होने से दमकल नहीं पहुंचने से आग पर काबू पाने के लिए ग्रामीणों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
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