तीन मासूमो समेत पांच लोगो की दर्दनाक मौत
चन्दन सिंह भाटी
बाड़मेर। अपने परिवार की खुशहाली और सलामती की खातिर वो सुबह की पहली पूजा का लाभ लेने की उम्मीद से घर से पूरे परिवार के साथ बाड़मेर से तीन सौ किलोमीटर दूर औसियां माताजी मंदिर के लिए रवाना हुआ था , सभी ख़ुशी ख़ुशी रवाना हुए और बच्चो की गाड़ी में हंसी मज़ाक में खोये हुए चले जा रहे थे ! लेकिन वो ये नहीं जानते थे कि हंसी मातम में बदलने वाली हैं और कुछ ही पलों में परिवार बिखर जायेंगा कई हमेशा के लिए फ़ना हो जायेंगे और कइयो को अपने जाने का पता होश में आने के बाद मिलेगा ! यही दर्दनाक दास्ताँ बाड़मेर के एक परिवार के साथ हुई इस परिवार के पांच लोग एक साथ दुनिया को अलविदा कह गए और पीछे छूट गया रोता बिलखता परिवार !
जोधपुर-बाड़मेर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-112 स्थित नागणा थाने के गांव निवानियां की ढाणी के समीप तडके एक स्पेसियो गाड़ी अनियंत्रित हो कर सड़क के किनारे स्थित स्कूल की दीवार में जा घुसी। घटना में महिला, पुरूष् सहित तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नौ लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घायलों को इलाज के लिए स्थानीय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार ,बाड़मेर के चौहटन थाने के गांव भाखरपुरा के एक परिवार के 14 लोग स्कार्पियो में सवार होकर धार्मिक यात्रा के लिए ओसियां आ रहे थे। रास्ते में राष्ट्रीय राजमार्ग-112 स्थित गांव निम्बानियो की ढाणी के समीप स्पेसियो गाड़ी अनियंत्रित होकर हाइवे स्थित एक दीवार में जा घुसी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची नागाना थाना पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायल को बाहर निकाला।घटना में बाबूलाल (35), बाली (55), विस्वाराम (8 माह), लक्ष्मण (10 माह) व देवाराम (3 साल) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि चालाक बाबूलाल को गाड़ी चलाते समय झपकी आ जाने से वो अपना नियंत्रण खो बैठा और यह दुर्घटना घटित हो गई ! मौके पर बिखरे गाड़ी के पूर्जे और हालत यह दर्शा रही हैं कि दुर्घटना कितनी भीषण और दर्दनाक रही होगी !
तीन मासूम बच्चे नहीं बचे ----
इस दुर्घटना में तीन मासूम बच्चे हमेशा के लिए दुनिया से रुखसत हो गए जिनमे विस्वाराम मात्र तीन माह का ही था और उसने अपने आँखों को अब तक नहीं अच्छी तरह खोल कर दुनिया की कोई झलक भी नहीं देखी थी ! और साथ में दो अन्य मासूमो की इस दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई ! बाड़मेर के अस्पताल में जब एक साथ तीन बच्चो की लाशें पहुंची तो वहां पहले से मौजूद बाड़मेर पुलिस उपाधीक्षक नाज़िम अली खान भी भावुक हो गए ! वही परिजनों के भी रो-रो कर बुरे हाल हैं !
भगवान के दर जा रहे थे पास ही बुला लिया
यह परिवार भगवान् के दर पर अरदास के लिए जा रहा था कि औसिया माता उनके परिवार को सुख समृद्धि प्रदान करें लेकिन उनकी अरदास को भगवान् ने ज्यादा सुन लिया और हमेशा के लिए कइयो को अपने पास बुला लिया इस घटना के बाद इनके गाँव भाखरपुरा में मरघट से भयानक उदासी का सन्नाटा पसरा हैं ! सन्नाटे में घर उजड़ने का दर्द हर किसी को अनहोनी की ख़बर दे रहा हैं कि अप्राकृतिक मौतों ने इस गाँव के लोगो लम्बा शोक दे दिया हैं जो कई सालो तक लोगो को रह रह कर इस घटना की याद दिलाता रहेगा !
जोधपुर-बाड़मेर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-112 स्थित नागणा थाने के गांव निवानियां की ढाणी के समीप तडके एक स्पेसियो गाड़ी अनियंत्रित हो कर सड़क के किनारे स्थित स्कूल की दीवार में जा घुसी। घटना में महिला, पुरूष् सहित तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नौ लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घायलों को इलाज के लिए स्थानीय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार ,बाड़मेर के चौहटन थाने के गांव भाखरपुरा के एक परिवार के 14 लोग स्कार्पियो में सवार होकर धार्मिक यात्रा के लिए ओसियां आ रहे थे। रास्ते में राष्ट्रीय राजमार्ग-112 स्थित गांव निम्बानियो की ढाणी के समीप स्पेसियो गाड़ी अनियंत्रित होकर हाइवे स्थित एक दीवार में जा घुसी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची नागाना थाना पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायल को बाहर निकाला।घटना में बाबूलाल (35), बाली (55), विस्वाराम (8 माह), लक्ष्मण (10 माह) व देवाराम (3 साल) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि चालाक बाबूलाल को गाड़ी चलाते समय झपकी आ जाने से वो अपना नियंत्रण खो बैठा और यह दुर्घटना घटित हो गई ! मौके पर बिखरे गाड़ी के पूर्जे और हालत यह दर्शा रही हैं कि दुर्घटना कितनी भीषण और दर्दनाक रही होगी !
तीन मासूम बच्चे नहीं बचे ----
इस दुर्घटना में तीन मासूम बच्चे हमेशा के लिए दुनिया से रुखसत हो गए जिनमे विस्वाराम मात्र तीन माह का ही था और उसने अपने आँखों को अब तक नहीं अच्छी तरह खोल कर दुनिया की कोई झलक भी नहीं देखी थी ! और साथ में दो अन्य मासूमो की इस दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई ! बाड़मेर के अस्पताल में जब एक साथ तीन बच्चो की लाशें पहुंची तो वहां पहले से मौजूद बाड़मेर पुलिस उपाधीक्षक नाज़िम अली खान भी भावुक हो गए ! वही परिजनों के भी रो-रो कर बुरे हाल हैं !
भगवान के दर जा रहे थे पास ही बुला लिया
यह परिवार भगवान् के दर पर अरदास के लिए जा रहा था कि औसिया माता उनके परिवार को सुख समृद्धि प्रदान करें लेकिन उनकी अरदास को भगवान् ने ज्यादा सुन लिया और हमेशा के लिए कइयो को अपने पास बुला लिया इस घटना के बाद इनके गाँव भाखरपुरा में मरघट से भयानक उदासी का सन्नाटा पसरा हैं ! सन्नाटे में घर उजड़ने का दर्द हर किसी को अनहोनी की ख़बर दे रहा हैं कि अप्राकृतिक मौतों ने इस गाँव के लोगो लम्बा शोक दे दिया हैं जो कई सालो तक लोगो को रह रह कर इस घटना की याद दिलाता रहेगा !
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