अल्प संख्यक आयोग अध्यक्ष ने की समीक्षा
अल्प संख्यकों के कल्याण को
सार्थक प्रयास की हिदायत
बाडमेर, 22 मार्च। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष मोहम्मद माहिर आजाद ने कहा है कि सरकार अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए कृत संकल्पित है तथा अल्प संख्यकों के उत्थान के लिए धन की कमी नहीं है। वह गुरूवार को अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के लिए चलाए जा रहे प्रधानमंत्री के 15 सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे।
इस अवसर पर आजाद ने बताया कि सरकार ने अल्प संख्यकों का कल्याण सुनिचत करने के लिए पृथक से अल्प संख्यक कल्याण मामलात विभाग का गठन कर जिला स्तर पर जिला अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी का कार्यालय स्थापित किया है। उन्होने बताया कि उनके माध्यम से जिले में अल्प संख्यक के कल्याण के कार्यक्रमों का प्रभावी कि्रयान्वयन करने के साथ साथ विभिन्न विभागों के मध्य बेहतर समन्वय के द्वारा सभी योजनाओं के लाभार्थियों में अल्प संख्यकों की समुचित भागीदारी सुनिचत की जाए।
आजाद ने जिले में वशर 2011 की जनगणना के आंकडों के आधार पर अल्प संख्यक बाहुल्य वाले गांवों तथा खण्डों का चिन्हिकरण करने के निर्दो दिए ताकि उनमें अल्प संख्यक कल्याण की योजनाएं संचालित हो सकें। साथ ही उन्होने सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं में लाभार्थियों के आंकडे निकाल कर उनमें अल्प संख्यक समुदाय के लाभान्वितों को भी सुचीबद्ध करने के निर्दो दिए। उन्होने विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित अल्पसंख्यकों के आंकडे भी पृथक से अंकित करने को कहा ताकि प्रभावी मोनिटरिंग की जा सकें। प्रधानमंत्री के 15 सूत्री कार्यक्रम की बिन्दुवार समीक्षा के पचात उन्होने कहा कि अल्प संख्यक समुदाय के व्यक्तियों को प्राथमिकता से ऋण मुहैया कराया जाएगा। उन्होने अल्प संख्यक बाहुल्य गांव में एकीकृत बाल विकास योजना व सेवाओं की समुचित उपलब्धता, विद्यालयी िक्षा की उपलब्धता को सुधारना तथा उर्दू िक्षण के लिए संसाधन व विकल्प सुनिचत करने के निर्दो दिए। उन्होने जिले में मदरसा िक्षा के आधुनिकीकरण व मदरसों में रिक्त िक्षा सहयोगियों के पदों की भर्ती के प्रस्ताव प्रेशित करने के निर्दो दिए।
इस मौके पर जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने अल्प संख्यक समुदाय के मेघावी विद्यार्थियों के लिए पूर्व मेट्रिक, उत्तर मेट्रिक एवं मेरिट कम मीन्स छात्रवृति योजनाओं के लाभान्वितों के बारे में जानकारी लेते हुए उक्त योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्दो दिए ताकि अधिकाधिक अल्प संख्यक समुदाय के बच्चे लाभान्वित हो सकें। उन्होने मौलाना आजाद िक्षा प्रतिश्ठान के माध्यम से भौक्षिक अवसंरचना को उन्नत करना, गरीबों के लिए स्वरोंजगार तथा मजदूरी रोजगार योजना, तकनिकी िक्षा के माध्यम से कौाल उन्नन आदि कार्यक्रमों के प्रभावी कि्रयान्वयन की भी आवयकता जताई।
विधायक मेवाराम जैन तथा पदमाराम मेघवाल ने अल्प संख्यक समुदाय बाहुल्य वाले वार्डो ंतथा कच्ची बस्तियों में बुनियादी सुविधाओं तथा सुघार के लिए कहा।
इससे पूर्व जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने प्रधानमंत्री के 15 सूत्री कार्यक्रम की जिले में प्रगति से अवगत कराया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, अति. मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर.एस. मीणा समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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ठोसकचरा निस्तारण के पुख्ता प्रबंध
बाड़मेर, 22 मार्च। बाड़मेर में ठोस कचरा निस्तारण के लिए जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए है। वह गुरूवार को जिला पर्यावरण समिति की बैठक में प्रदूषण रोक थाम की समीक्षा कर रहे थे।
इस मौके पर डॉ. प्रधान ने कहा कि जिले के पर्यावरण संबंधी समस्याओं के निराकरण एवं प्रदूषण रोकने के लिए ठोस कार्यवाही अति आवश्यक है। उन्होंने बाड़मेर में होटलों व अस्पतालों से निस्तारित ठोस कचरे के संबंध में उन्हें पाबंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने गेहू रोंड पर ठोस कचरा के निस्तारण कार्य को शीघ्र पूर्ण करने को कहा तथा समस्त शहर का कचरा संग्रहित कर यहां लाने के निर्देश दिए।
उन्होने बताया कि ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्लास्टिक की थैलियां पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है, इसलिए इसके प्रचलन पर रोक लगाने की पुख्ता व्यवस्था की जाए। उन्होंने चाय की दुकानों पर प्लास्टिक के कपों को भी सीधे नालों या नालियों में नहीं डालकर वहां कचरा पात्रों में संग्रहित करने के लिए संचालकों को पाबंद करने की हिदायत दी। उन्होंने केन्द्र सरकार गुटखों के पाउच पर रोक लगाने सम्बन्धी निर्णयों को भी कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए।
डॉ. प्रधान ने हरित राजस्थान के तहत अगली सीजन के लिए अभी से तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने वन विभाग तथा अन्य विभागों की मांग के अनुरूप जिले की पारिस्थिति के अनुसार पौधे तैयार करने को कहा। साथ ही पूर्व में हरित राजस्थान के तहत किए गए पौधारोपण की जीवितता पर चर्चा की।
बैठक में उपवन संरक्षक बी.आर. भादू, नगर पालिका आयुक्त हरीसिंह समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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बाड़मेर के पर्यटन स्थलों के संवर्द्धन
पर ाई करोड रूपये व्यय होंगे
बाड़मेर, 22 मार्च। 12वीं भाताब्दी के ऐतिहासिक महत्व के किराडू तथा जूना पतरासर के संवर्द्धन के लिए ाई करोड रूपये आगामी वितीय वशर में खर्च होंगे। इस आय का प्रस्ताव भारत सरकार द्वारा मंजूर कर लिया गया है। गुरूवार को जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित पर्यटन समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने जिले के पर्यटन स्थलों का विकास कर इन्हे मूलभूत सुविधाओं से जोड़ने को कहा। ताकि जिले में पर्यटन को बावा दिया जा सके। उन्होने बताया कि जिले में किराडू, महाबार के रेतीले टीबे तथा हस्तिल्प का पर्यटन के रूप में विकास किया जा सकता है।
उन्होने पर्यटन समिति में दो सदस्यों के मनोनयन के लिए प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजने के निर्दो दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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बबुगुलेरिया में कलेक्टर की रात्रि चौपाल
विद्यालय में पेयजल कनेकन
मुहैया कराने की मांग
बाडमेर, 22 मार्च। जिले की रामसर तहसील के बबुगुलेरिया गांव में बुधवार सायं जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने रात्रि चौपाल की। इस दौरान बबुगुलेरिया सहित आसपास के गांवों से बडी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं चौपाल में प्रस्तुत की।
जिला कलेक्टर ने जन समस्याओं की सुनवाई कर संबंधित अधिकारियों को तत्काल निराकरण के निर्दो दिए। चौपाल भाुरू होने से पूर्व ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर का स्वागत किया। चौपाल के दौरान किसानों ने बिजली की कमी तथा पेयजल की समस्या की बात कही। जिला कलेक्टर ने इस मामले में डिस्कॉम के अधिकारियों को निराकरण करवाने को कहा। ग्रामीणों ने विद्यालयों में पेयजल कनेकन दिलवाने की मांग की तथा लम्बे समय से रिक्त पडे िक्षकों के पदों पर नियुक्ति की मांग की। ग्रामीण इलाकों की जर्जर सडकों की मरम्मत करवाने की भी मांग की। जिला कलेक्टर ने चौपाल में प्रस्तुत परिवेदनाओं की सुनवाई कर निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्दो दिए।
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए बरसाती जल संग्रहण के लिए खेतों में टांका निर्माण करवाने को कहा। साथ ही बरसात की सीजन में अधिकाधिक पौधे लगाने को आहवान किया। इस मौके पर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर करे क्षेत्र में पेयजल की समस्या को प्रमुखता से रखा तथा पानी की समस्या से अवगत कराया। ग्रामीणों ने पानी की नियमित आपूर्ति के लिए पेयजल स्त्रोतों के बारे में बताया।
चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतिकरण योजना की कठिनाईयों तथा बिजली कनेकन नहीं होने की भी जानकारी दी। ग्रामीणों ने बीपीएल की सर्वे सूची के अद्यतन तथा इस सूची में भामिल करने की मांग की। चौपाल में तहसीलदार जगदीा चन्द्र आचार्य समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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राज्य बीमा की दो स्लेब अधिक
तक कटौती की जा सकेगी
बाडमेर, 22 मार्च। राजस्थान सरकार के राज्य कर्मचारी राज्य बीमा की दो स्लेब तक अधिक कटौती करवाना चाहते है, वे मार्च देय अप्रेल के वेतन बिल से कटौती करवा सकते है।
राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग के सहायक निदोक गुमनाराम लेघा ने बताया कि नव नियुक्त अध्यापक एवं प्रबोधक राज्य बीमा की कटौती अधिकतम 2200 रूपये प्रतिमाह करवा सकते है। उन्हें अपने घोशणा पत्र पूर्ति कर वेतन बिल के साथ प्रस्तुत करने होंगे।
उन्होने बताया कि मार्च देय अप्रेल, 2012 से राजकीय आंदान की राि के लिए पृथक बिल बनाने के स्थान पर कर्मचारियों के वेतन बिल से प्राप्त आंदान की राि एक मुत जिला कार्यालय स्तर पर कोशालय से आहरित की जाएगी। जिले के समस्त आहरण एवं वितरण अधिकारी द्वारा केवल कर्मचारी के आंदान की राि का बिल ही कोश कार्यालय में प्रस्तुत किया जाएगा, उसके समतुल्य राजकीय आंदान की राि कोशालय से प्राप्त की जाएगी। पंचायत समिति, जिला परिशद/प्रतिनियुक्ति पर गये कर्मचारियों का राजकीय आंदान संबंधित समिति या परिशद या संस्था द्वारा पूर्ववत समान राि का चैक इस कार्यालय को प्रेशित किया जाएगा। कोशालय एवं उप कोशालयों में मार्च देय अप्रेल 2012 माह में वेतन बिल उपर्युक्त आदोानुसार पारित किये जाएगें।
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