शनिवार, 31 मार्च 2012

अज्ञात बीमारी से गोशाला में 35 गायों की मौत

अज्ञात बीमारी से गोशाला में 35 गायों की मौत

बालोतरा। नगर स्थित श्री गोपाल गोशाला में अज्ञात बीमारी से गायों के मरने का क्रम जारी है। शुक्रवार को तीन गाएं और मरी। गत दस दिनों में पैंतीस गाएं मौत का ग्रास बन चुकी है। इस पर गुरूवार को जोधपुर व बाड़मेर से पशु चिकित्सकों के दल ने गोशाला की मृत, बीमार व स्वस्थ गायों की जांच की लेकिन अभी तक बीमारी का पता नहीं चल पाया है।

नगर के वृंदावन बगेची के समीप पिछले कई वर्षाें से संचालित हो रही श्री गोपाल गोशाला में गत कुछ दिनों से अज्ञात बीमारी से मर रही गायों से गोशाला संचालकों की परेशानियां बढ़ गई है। जानकारी अनुसार कुछ गायों ने एक दो दिन बीमार रह कर तो कई गायों ने शरीर में हुई कंपन बाद जमीन पर गिर कर दम तोड़ा।

गोशाला के संचालक सतीशचन्द्र अग्रवाल के अनुसार अज्ञात बीमारी से गायों के मरने को लेकर पशु चिकित्सालय प्रभारी डॉ.मदन गिरी गोस्वामी को सूचना देने व उनके द्वारा किए उपचार के बाद भी गायों के मरने का सिलसिला थम नहीं रहा है। पशुपालन विभाग के उच्चाधिकारियों को समस्या से अवगत करवाने पर गुरूवार को जोधपुर व बाड़मेर के पशु चिकित्सकों का दल गोशाला पहुंचा। दल में शामिल चिकित्सकों ने मरी, बीमार व स्वस्थ गायों की जांच की।

चिकित्सकों ने गोशाला का जायजा लेकर यहां रखे पुराने चारे को उपयोग में नहीं लेने की सलाह दी। जिस पर हाथों हाथ नया चारा खरीदकर इसे पशुओं को खाने को दिया गया। चिकित्सकों के निर्देश पर संचालकों ने गौशाला में पड़े गोबर व कचरा को हटाने के साथ साफ सफाई करवाकर लाल दवाई का छिड़काव किया। इसके बावजूद गायों के मरने का सिलसिला थम नहीं रहा है। गुरू व शुक्रवार को चार चार मरी गायों के किए पोस्टमार्टम के बाद नगरपालिका ने खaे खुदवाकर इनके शवों को जमीन में दफनाया।

जानकारी अनुसार गत दस दिनों में अज्ञात बीमारी से गौशाला में 35 गाएं मर चुकी है। बीमारी का पता नहीं लगने के साथ गायों के मरने के जारी सिलसिले पर शुक्रवार को गौशाला संचालकों ने तीन बीमार गायों को उपचार के लिए दांतीवाड़ा भिजवाया। तीन गायें मरी- दूध डेयरी के पीछे स्थित कॉलोनी में राधाकृष्ण राजपुरोहित और उनके परिवार के अन्य लोगों के यहां तीन गायें अज्ञात बीमारी से मरी है। अभी तीन चार पशु बीमार है।

सर्तकता बरती जा रही है
अज्ञात बीमारी से गायों के मरने की जानकारी पर चिकित्सकों के दल को गोशाला भेजा था। एक चिकित्सक की वहां नियुक्ति करने के साथ दवाईयां उपलब्ध करवाई गई है।इस मामले में पूरी सर्तकता बरती जा रही है।
डॉ. बी.आर.जैदिया
उप निदेशक पशुपालन विभाग बाड़मेर

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