नई दिल्ली।। बहन के पीछे पड़े शख्स का मर्डर करने के इल्जाम में भाई को गिरफ्तार किया गया है। उसने युवक की हत्या कर सिर एक कुएं में और बाकी शरीर दूसरे कुएं में फेंक दिया था।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क में बुलंद मस्जिद इलाके में रहने वाले मुहम्मद आरिफ की बहन के पीछे अबरार अहमद पड़ा हुआ था। आरिफ ने उसे कई बार रोकने की कोशिश की, लेकिन अबरार नहीं माना। आरिफ ने उससे पीछा छुड़ाने के मकसद से अपनी बहन की शादी कर दी, लेकिन अबरार ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। आखिरकार आरिफ ने उसका काम तमाम करने का फैसला कर लिया।
अडिशनल पुलिस कमिश्नर डी.सी. श्रीवास्तव के मुताबिक, 6 फरवरी 2006 को आरिफ अपने चचेरे भाई शब्बीर के साथ अबरार के घर गया। उसने अपने बीमार दादा को देखने के लिए अबरार को मेवात में साथ चलने के लिए तैयार कर लिया। मेवात के नूंह इलाके में आरिफ और शब्बीर ने कसाई वाले चाकू से अबरार की गर्दन अलग कर दी। गर्दन एक कुएं में डाली, जबकि धड़ और चाकू दूसरे कुएं में फेंक दिया।
अगले दिन धड़ और चाकू बरामद कर नूंह पुलिस ने मर्डर केस दर्ज किया, लेकिन न तो मृतक की पहचान हो सकी और न ही मुलजिम गिरफ्तार किए जा सके थे। अबरार के घरवालों ने आरिफ से पूछताछ की तो उसने कोई जानकारी होने से इनकार करते हुए उसकी खोज में सहयोग देने का भरोसा दिलाया। हौज काजी थाने के एएसआई नस्सू अहमद को खबर मिली कि अबरार का मर्डर आरिफ ने किया था। एसएचओ (हौज काजी) विजय चंदेल की टीम ने आरिफ को फराशखाने से गिरफ्तार कर लिया। वह कसाई की दुकान पर काम करता है। नूंह पुलिस को आरिफ की गिरफ्तारी की खबर दे दी गई है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क में बुलंद मस्जिद इलाके में रहने वाले मुहम्मद आरिफ की बहन के पीछे अबरार अहमद पड़ा हुआ था। आरिफ ने उसे कई बार रोकने की कोशिश की, लेकिन अबरार नहीं माना। आरिफ ने उससे पीछा छुड़ाने के मकसद से अपनी बहन की शादी कर दी, लेकिन अबरार ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। आखिरकार आरिफ ने उसका काम तमाम करने का फैसला कर लिया।
अडिशनल पुलिस कमिश्नर डी.सी. श्रीवास्तव के मुताबिक, 6 फरवरी 2006 को आरिफ अपने चचेरे भाई शब्बीर के साथ अबरार के घर गया। उसने अपने बीमार दादा को देखने के लिए अबरार को मेवात में साथ चलने के लिए तैयार कर लिया। मेवात के नूंह इलाके में आरिफ और शब्बीर ने कसाई वाले चाकू से अबरार की गर्दन अलग कर दी। गर्दन एक कुएं में डाली, जबकि धड़ और चाकू दूसरे कुएं में फेंक दिया।
अगले दिन धड़ और चाकू बरामद कर नूंह पुलिस ने मर्डर केस दर्ज किया, लेकिन न तो मृतक की पहचान हो सकी और न ही मुलजिम गिरफ्तार किए जा सके थे। अबरार के घरवालों ने आरिफ से पूछताछ की तो उसने कोई जानकारी होने से इनकार करते हुए उसकी खोज में सहयोग देने का भरोसा दिलाया। हौज काजी थाने के एएसआई नस्सू अहमद को खबर मिली कि अबरार का मर्डर आरिफ ने किया था। एसएचओ (हौज काजी) विजय चंदेल की टीम ने आरिफ को फराशखाने से गिरफ्तार कर लिया। वह कसाई की दुकान पर काम करता है। नूंह पुलिस को आरिफ की गिरफ्तारी की खबर दे दी गई है।
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