शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2012

जहां नमाज नहीं, वो मस्जिद नहीं : अमीन

बाद में दी सफाई- मेरी बात का गलत अर्थ निकाला, मेरा मतलब था मस्जिदों को आबाद किया जाए  
अजमेर मामलात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अमीन खान गैर आबाद मस्जिदों के संबंध में बयान देकर फिर विवादों में घिर गए। मुस्लिम समुदाय के विरोध के बाद उन्हें सफाई देनी पड़ी। मंत्री खान ने गैरआबाद मस्जिदों के संबंध में कहा कि जिन मस्जिदों में नमाज नहीं होती, अजान नहीं होती, वे मस्जिदें नहीं हो सकतीं। वे संभागीय आयुक्त कार्यालय में 15 सूत्रीय कार्यक्रम, अल्पसंख्यक विभाग के कार्यों और वक्फ संबंधी मामलों की समीक्षा बैठक में अध्यक्षीय संबोधन दे रहे थे। इस दौरान वहां मौजूद भीलवाड़ा की जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना हफीजुर्रहमान रिजवी और मुस्लिम समुदाय से संबद्ध अन्य लोगों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई। मौलाना रिजवी ने कहा कि मंत्रीजी मसला यह है कि जो इमारत एक बार मस्जिद बन गई, कयामत तक वो मस्जिद ही रहेगी। उसकी हैसियत को कोई नहीं बिगाड़ सकता। रिजवी और समुदाय के अन्य लोगों का रोष देख कर मंत्री सफाई देते नजर आए और बोले कि उनके कहने का गलत अर्थ निकाला गया है। वे यह कहना चाहते हैं कि पहले मस्जिदों को आबाद किया जाए। इतना कह कर मंत्री बैठक से बाहर निकल गए।
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,इस मौके पर शिक्षा राज्य मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ, वक्फ बोर्ड चेयरमैन लियाकत अली, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष माहिर आजाद समेत विभिन्न विभागों के आला अधिकारी मौजूद थे।

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