दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को 6 करोड़ से ज्यादा के नकली नोट बरामद किए हैं। तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। 500 और 1000 के नकली नोटों को कपड़ों के 33 थान में छिपाया गया था।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, देश को आर्थिक नुकसान पहुंचाने की यह आईएसआई की साजिश थी, जिसे बेनकाब किया गया। इन नोटों को खासतौर से कपड़ों की गांठ (नए कपड़े का बंडल/थान) के मोटे गत्ते के अंदर छिपाया था। पुलिस ने डाबड़ी के सीतापुरी इलाके में स्थित कपड़ों के एक गोदाम के बाहर खड़े दो मिनी टेम्पो (माल वाहक ऑटो) से नकली नोटों की यह खेप बरामद की है। यह बरामदगी अब तक हुई अन्य कार्रवाई में सबसे बड़ी है।
कपड़े की गांठ पर सरगोधा प्रोसेसिंग मिल छपा है। सरगोधा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है। गोदाम के मालिक हसन अली के साथ ही दो अन्य युवकों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस सीबीआई और रिजर्व बैंक से भी संपर्क में है।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि इन नोटों की क्वालिटी काफी अच्छी है, जो देश में छपे नोटों से काफी मिलती है। ये नोट पाकिस्तान में स्थित आईएसआई द्वारा चलाई जा रही विशेष प्रिंटिंग प्रेस में छापे गए हैं। दिल्ली पुलिस आयुक्त बीके गुप्ता ने बताया कि अभी तक हुई गिनती में ये नोट छह करोड़ तक गिने गए हैं। गिनती जारी है।
पांच साल बनाम एक कार्रवाई :
दिल्ली पुलिस ने पांच साल में जितने जाली नोट बरामद किए हैं, उसके मुकाबले इस एक कार्रवाई में दोगुनी मात्रा में नकली नोट जब्त किए हैं। पुलिस ने पिछले पांच साल में 3.06 करोड़ रुपए, 5,800 डॉलर और 2000 यूरो के जाली नोट बरामद किए हैं।
आईएसआई के साथ दाउद भी शामिल!
नकली नोटों का जखीरा अंडरवल्र्ड सरगना दाउद के खास और आईएसआई के करीबी इकबाल काना ने भेजा है। वह पाकिस्तान में रहता है। यह कन्साइनमेंट गुजरात से सूरत के रास्ते दिल्ली भेजा गया है। पुलिस को शक है कि इस मामले में दाउद और आईएसआई मिलकर काम कर रहे हैं।
गोदाम मालिक हसन अली से पूछताछ हो रही है। कपड़ों के गोदाम की आड़ में नकली नोटों का धंधा चला रहा हसन अली यहां लगभग पिछले ढाई वर्षो से परिवार के साथ रह रहा है। शुरुआत में उसने फेरी लगाकर बर्तन बेचे। कुछ माह बाद इसने इसी गोदाम में ढाबा भी खोला। छह माह पहले ढाबे से नुकसान की बात कहकर कपड़े का व्यवसाय शुरू किया। घर में ही कपड़े का गोदाम बना दिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें