शनिवार, 7 जनवरी 2012

तालाबों में खोदा जाएगा इंजेक्शन वेल


तालाबों में खोदा जाएगा इंजेक्शन वेल


बाड़मेर 7 जनवरी। घटे भूमिगत जल स्तर से जहा हर तरफ पानी के लिए फसाद बढ़ रहे है वही पानी की इस समस्या से जनता को निजात दिलाने को लेकर बेहद गंभीर सरकार अब जल्द ही एक नई योजना को धरातल पर उतरने जा रही है रेतीले जिलों में भू जलस्तर बढ़ाने के लिए अब तालाबों में Þरीचार्ज वेलÞ खोदने का फै सला लिया जा रहा है। इसके अलावा तालाबों की साज सज्जा पर भी विशेष जोर दिया गया है। सभी तालाबों में एक पक्का घाट तथा बोर्ड लगाने के काम को भी धरातल पर उतरा जायेगा निर्देश दिए गए हैं। राजस्थान जल एवं स्वछता मिशन और राष्ट्रीय पेयजल गुणवत्ता मिशन के तहत इस यात्रा को धरातल पर इस ख़ास योजना को उतारा जायेगा। सीसीडीयू के आई ई सी कं सल्टेंट अशोक सिंह ने बताया कि तालाबों में रीचार्ज वेल खोदने के पीछे मंशा है कि इससे जहंा एक ओर नरेगा में कामगारों को और अधिक दिनों तक काम मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर तेजी से गिर रहे भू जलस्तर को कन्ट्रोल में किया जा सकेगा। बारिश के दौरान तालाबों में पानी भर जाएगा और इस तरह से खोदे गए रीचार्ज वेल के सहारे पानी अधिक मात्रा में सोखेगा। इससे काफी हद तक वॉटर लेवल में बढ़ोतरी होगी। उल्लेखनीय है कि गर्मी के दिनों में प्रदेश के कई जनपदों में पानी के लिए हाहाकार मचता है जबकि भू जलस्तर में हो रही कमी को देखते हुए बाड़मेर के कई ब्लाक डार्क जोन घोषित किया जा चुका है। जानकारी के मुताबित रीचार्ज वेल तालाब के ठीक बीचों बीच खोदा जाएगा। इससे वॉटर रीचार्जिग को बढ़ावा मिलेगा। तालाबों के रख रखाव पर भी जोर दिया जाएगा। खासकर जल निकासी के लिए नाली बनायी जाएगी जिससे बारिश के दिनों में तालाब का शेप बिगडऩे की संभावना को खत्म किया जा सके। 
क्या है Þइंजेक्शन वेल Þ:- जमीं में भूजल को बढ़ावा देने की यह तकनीक है। Þरिचार्ज वेलÞ दो प्रकार के हो सकते हैं (क) इंजेक्शन कुंआ- जिसमें पानी को पुनर्भरण के लिए अंदर डाला जाता है और (ख) रिचार्ज कुंआ जिसमें पानी गुरुत्व के प्रवाह बहता है। इंजेक्शन कुएं ट्यूबवेल के समान है। यह तकनीक परिष्कृ त सतही जल को गहरे एक्वाफर में डालकर भूमिगत जल भंडारण के लिए उपयुक्त है। इन कुओं को गर्मियों के दौरान पम्पिंग कु ओं के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस विधि से एक या कई एक्वाफर का पुनर्भरण किया जा सकता है। इस तकनीक से पुनर्भरण करना अपेक्षाकृत महंगा है और ट्यूबवेल के निर्माण और रखरखाव के लिए विशेष तकनीक की आवश्यकता है। बेहतर तो यह है कि एक बेकार ट्यूबवेल को रिचार्ज कुंआ के रूप में प्रयोग किया जाए। 50 मी, तक के उथले एक्वाफर के लिए रिचार्ज कुंआ सस्ता पड़ता है, क्योंकि इसमें प्रवाह पुनर्भरण गुरुत्व के कारण होता है। ये कु एं दो प्रकार के हो सकते हैं। एक सूखा और दूसरा गीला। शुष्क कुओं की तली जलस्तर के ऊपर होती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें