गुरुवार, 5 जनवरी 2012

‘रावलोत ने पार्टी व कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल किया’


‘रावलोत ने पार्टी व कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल किया’



बाड़मेर  शिव में चल रहे मॉडल स्कूल संघर्ष को लेकर शिव के पूर्व विधायक जालम सिंह रावलोत ने पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों का अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल किया।

पूरा आंदोलन भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ देने से शुरू हुआ और आगे बढ़ा लेकिन बाद में धरना यकायक समाप्त कर दिया गया। पार्टी से इसे लेकर कोई रायशुमारी नहीं की गई। यह कहना है भाजपा के जिलाध्यक्ष मेजर परबत सिंह का। उन्होंने कहा कि शिव में मॉडल स्कूल को लेकर शुरू हुए आंदोलन में पूर्व विधायक ने स्वार्थ का रवैया अख्तियार करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल किया। शिव बंद के बाद धरना उठा लेने के मामले में कहा कि इस बारे में कोई रायशुमारी नहीं हुई। कार्यकर्ताओं में रोष है और शिकायतें मिल रही है। पूरे मामले की जांच कराने के बाद रिपोर्ट आला नेताओं को भेजी जाएगी। भाजपा नेता एडवोकेट रूपसिंह ने कहा कि आंदोलन को लेकर जो भी निर्णय हो वो एक जाजम पर होना चाहिए था। धरना उठाने से पहले राय न लेना गलत है। एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ का कहना है कि धरना उठाना एक पहेली बनी हुई है।

हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। वहीं भाजपा नेत्री मृदुरेखा चौधरी का कहना है कि रावलोत ने भाजपा के नाम का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए किया। वैसे भी पार्टी नेताओं ने मॉडल स्कूल के विषय को समर्थन दिया था, पूर्व विधायक को नहीं। पार्टी के सहयोग से जब बड़ा आंदोलन खड़ा हुआ तो कोई भी निर्णय लेने से पहले सब की राय लेनी चाहिए थी। कदम सरासर गलत है। इस पूरे मामले में रावलोत का कहना है कि यह पूरा आंदोलन संघर्ष समिति का है और शिव बंद के दौरान सार्वजनिक मंच से धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी गई थी। ऐसे में रायशुमारी जैसी कोई बात नहीं है।



॥शिव बंद के बाद मंच से ही धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी थी। मुख्यमंत्री ने वार्ता के लिए जयपुर बुलाया है। संघर्ष समिति के लोग हीरसिंह भाटी के नेतृत्व में जल्द ही जयपुर जाएंगे। इसमें रायशुमारी जैसी बात ही नहीं है। निर्णय तो संयोजक को ही लेना होता है।’ 

जालम सिंह रावलोत, पूर्व विधायक, शिव

॥यह संघर्ष समिति का निर्णय है इसमें भाजपा का कोई लेना देना नहीं। हमने तो कांग्रेस के नेताओं से भी बातचीत में बताया था कि वे भी साथ दे क्योंकि मॉडल स्कूल जहां बन रही है वो निर्णय सही नहीं है।

कैप्टन हीरसिंह भाटी, संयोजक संघर्ष समिति

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