अब नीदरलैंड में बुर्का पहना तो लगेगा जुर्माना
हेग। नीदरलैंड यूरोप में बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने वाला दूसरा देश बन गया है। फ्रांस के बाद नीदरलैंड की सरकार की ओर से भी चेहरा ढकने के लिए बुर्का और नकाब लगाने पर जुर्माने का प्रावाधन किया है।
गृह मंत्री लिसबेथ स्पाइस ने कैबिनेट की बैठक के बाद शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, खुले समाज में लोग एकदूसरे से खुले तौर पर मिले यह बहुत ही महत्वपूर्ण है। बुर्के पर प्रतिबंध के लिए सत्तारूढ गठबंधन सरकार में पहले ही सहमति बन गई थी। इस प्रस्ताव को सरकार की सलाहकार परिषद यानी काउंसिल आफ स्टेट के पास भेजा गया था लेकिन काउंसिल ने इस प्रस्ताव को यह कहकर खारिज कर दिया था कि यह धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों का उल्लंघन होगा और भेदभाव समाप्त करने के मानकों के विपरीत होगा।
परिषद ने यह भी कहा कि बुर्का पर प्रतिबंध कठोर उपाय होगा। लेकिन कैबिनेट ने इस सलाह को नजरअंदाज कर दिया और बुर्के पर प्रतिबंध लगा दिया। अलबत्ता कैबिनेट ने कहा कि मानवाधिकार पर यूरोपीय संधि में सरकारों को धार्मिक अधिकारों को सीमित करने का अधिकार दिया खासकर तब यह जनता के हित से जुडा मामला हो। गृहमंत्री ने कहा, हमारा मानना है कि हमें धार्मिक स्वतंत्रता के मामले में कुछ हट कर कदम उठाने चाहिए बशर्ते यह वैध हो।
499 डॉलर का जुर्माना
सूत्रों के अनुसार बुर्का और नकाब के अलावा नीदरलैंड में पूरा चेहरा ढकने वाले हेलमेट और कैप को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। सार्वजनिक स्थलों पर इनमे से किसी का इस्तेमाल करने पर 499 डालर के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रांस ने पिछले वर्ष अप्रैल मे बुर्के पर प्रतिबंध लगा दिया था और सार्वजनिक स्थलों पर इसपर प्रतिबंध लगाने वाला यूरोप का पहला देश बन गया था।
हेग। नीदरलैंड यूरोप में बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने वाला दूसरा देश बन गया है। फ्रांस के बाद नीदरलैंड की सरकार की ओर से भी चेहरा ढकने के लिए बुर्का और नकाब लगाने पर जुर्माने का प्रावाधन किया है।
गृह मंत्री लिसबेथ स्पाइस ने कैबिनेट की बैठक के बाद शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, खुले समाज में लोग एकदूसरे से खुले तौर पर मिले यह बहुत ही महत्वपूर्ण है। बुर्के पर प्रतिबंध के लिए सत्तारूढ गठबंधन सरकार में पहले ही सहमति बन गई थी। इस प्रस्ताव को सरकार की सलाहकार परिषद यानी काउंसिल आफ स्टेट के पास भेजा गया था लेकिन काउंसिल ने इस प्रस्ताव को यह कहकर खारिज कर दिया था कि यह धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों का उल्लंघन होगा और भेदभाव समाप्त करने के मानकों के विपरीत होगा।
परिषद ने यह भी कहा कि बुर्का पर प्रतिबंध कठोर उपाय होगा। लेकिन कैबिनेट ने इस सलाह को नजरअंदाज कर दिया और बुर्के पर प्रतिबंध लगा दिया। अलबत्ता कैबिनेट ने कहा कि मानवाधिकार पर यूरोपीय संधि में सरकारों को धार्मिक अधिकारों को सीमित करने का अधिकार दिया खासकर तब यह जनता के हित से जुडा मामला हो। गृहमंत्री ने कहा, हमारा मानना है कि हमें धार्मिक स्वतंत्रता के मामले में कुछ हट कर कदम उठाने चाहिए बशर्ते यह वैध हो।
499 डॉलर का जुर्माना
सूत्रों के अनुसार बुर्का और नकाब के अलावा नीदरलैंड में पूरा चेहरा ढकने वाले हेलमेट और कैप को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। सार्वजनिक स्थलों पर इनमे से किसी का इस्तेमाल करने पर 499 डालर के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रांस ने पिछले वर्ष अप्रैल मे बुर्के पर प्रतिबंध लगा दिया था और सार्वजनिक स्थलों पर इसपर प्रतिबंध लगाने वाला यूरोप का पहला देश बन गया था।
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