गुरु व माता-पिता के सम्मान की दी सीख
बालोतरा जिले सहित आस-पास के क्षेत्रों से आए साधु-संतों का समागम, देश भर से आए श्रद्धालुओं का सैलाब, कुछ ऐसा दृश्य गुरुवार को खेतारामजी महाराज के समाधि स्थल व ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा में गादीपति तुलसारामजी महाराज के सानिध्य में आयोजित प्रेम सभा के दौरान नजर आया।
प्रेम सभा को संबोधित करते हुए गादीपति तुलसारामजी महाराज ने कहा कि माता-पिता व गुरु की सेवा से बढ़कर कुछ नहीं है। इनके आशीर्वाद से ही आत्मिक सुख के अलावा हर प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती है। हर व्यक्ति को संतों का संग करना चाहिए क्योंकि सत्संग से ही ईश्वर प्राप्ति के साथ पुण्य का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर तो भक्तों के प्रेम के प्यासे होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रेम सभा में आए सभी श्रद्धालु माला के मणियों की तरह उनके हृदय में है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मर्षि खेतारामजी महाराज ने ब्रह्माजी को ब्रह्मलोक से पृथ्वी लोक पर लाकर प्रतिष्ठापित कर मंदिर का निर्माण कराया। गादीपति ने कहा कि गुरु महाराज के 100वे जन्म शताब्दी महोत्सव व शतकुंडीय श्री ब्रह्मत्मक महायज्ञ अनुष्ठान की तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। महामंडलेश्वर निर्मलदास महाराज ने कहा कि अनीति से कमाया हुआ धन कष्ट का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि धन की तीन गति होती है दान, भोग और नाश, इसलिए सदैव शुद्ध कमाई से ही अपने परिवार का पालन-पोषण करें। उन्होंने कहा कि गाय व कन्यादान करने से व्यक्ति का लोक व परलोक में जीवन सफल हो जाएगा। बडग़ांव के महंत लहर भारती ने कहा कि जिस घर में पुण्य का वास होता है, वहां साधु-संतों का निवास होता है।
शिकारपुरा के गादीपति दयाराम महाराज ने कहा कि शिक्षा रूपी धन ही सच्चा धन है क्योंकि यह सोने-चांदी व रुपयों की तरह चोरी नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि शिक्षा व संस्कारों से ही व्यक्ति की सही पहचान होती है। कार्यक्रम को तुलसारामजी महाराज के शिष्य धन्नाराम महाराज व जगदीशपुरी महाराज ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान महामंत्री भंवरसिंह कनाना ने श्री खेतेश्वर जन्म शताब्दी महोत्सव व शतकुंडीय महायज्ञ आयोजन के बारे में जानकारी दी। प्रेम सभा के दौरान उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद के रुप में मेथी के लड्डू वितरित किए गए। इस अवसर पर कृषि उपज मंडी समिति के उपाध्यक्ष पारसमल भंडारी, करनाराम माली, मेहराराम चौधरी, समाजसेवी मोहम्मद यूसुफ भांतगर सहित आस-पास के क्षेत्रों से आए कई श्रद्धालु उपस्थित थे।
अतिथियों का किया सम्मान :ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा में आयोजित प्रेम सभा के दौरान मंचासीन अतिथियों का ट्रस्ट मंडल की ओर से स्वागत किया गया। गादीपति महाराज के सानिध्य में महामंडलेश्वर निर्मलदास महाराज, राघवदास महाराज, परेऊ मठ महंत ओंकार भारती, तारामठ के प्रतापपुरी महाराज, लेटा महंत रणछोड़ भारती, शिकारपुरा के दयाराम महाराज, रामेश्वरगिरी कनाना, जगदीशपुरी चौहटन, अणदाराम महाराज सहित पूर्व गृह राज्य मंत्री अमराराम चौधरी, सांचौर विधायक जीवाराम चौधरी,पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, रावल किशनसिंह, पूर्व जिला प्रमुख वालाराम चौधरी, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, उम्मेदसिंह अराबा, राजेंद्रसिंह थोब, हमीरसिंह सिवाना, उपखंड अधिकारी ओपी विश्रोई, पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल व डिस्कॉम पचपदरा के सहायक अभियंता भूपेंद्रसिंह राजपुरोहित का भी सम्मान किया गया।
नेत्र जांच शिविर का समापन: ब्रह्मधाम गादीपति तुलसारामजी महाराज के सानिध्य में चल रहे तीन दिवसीय नेत्र जांच एवं चिकित्सा शिविर का गुरुवार को समापन हुआ। ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार शिविर के दौरान डॉ. महेंद्र पालीवाल, डॉ. विकास पालीवाल व उनकी टीम की ओर से 710 मरीजों की जांच, 70 ऑपरेशन व 431 मरीजों को चश्मे वितरित किए गए। शिविर के समापन अवसर पर डॉक्टरों व उनकी टीम तथा ऑपरेशन किए गए मरीजों का ट्रस्ट मंडल की ओर से सम्मान किया गया।
बालोतरा जिले सहित आस-पास के क्षेत्रों से आए साधु-संतों का समागम, देश भर से आए श्रद्धालुओं का सैलाब, कुछ ऐसा दृश्य गुरुवार को खेतारामजी महाराज के समाधि स्थल व ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा में गादीपति तुलसारामजी महाराज के सानिध्य में आयोजित प्रेम सभा के दौरान नजर आया।
प्रेम सभा को संबोधित करते हुए गादीपति तुलसारामजी महाराज ने कहा कि माता-पिता व गुरु की सेवा से बढ़कर कुछ नहीं है। इनके आशीर्वाद से ही आत्मिक सुख के अलावा हर प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती है। हर व्यक्ति को संतों का संग करना चाहिए क्योंकि सत्संग से ही ईश्वर प्राप्ति के साथ पुण्य का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर तो भक्तों के प्रेम के प्यासे होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रेम सभा में आए सभी श्रद्धालु माला के मणियों की तरह उनके हृदय में है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मर्षि खेतारामजी महाराज ने ब्रह्माजी को ब्रह्मलोक से पृथ्वी लोक पर लाकर प्रतिष्ठापित कर मंदिर का निर्माण कराया। गादीपति ने कहा कि गुरु महाराज के 100वे जन्म शताब्दी महोत्सव व शतकुंडीय श्री ब्रह्मत्मक महायज्ञ अनुष्ठान की तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। महामंडलेश्वर निर्मलदास महाराज ने कहा कि अनीति से कमाया हुआ धन कष्ट का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि धन की तीन गति होती है दान, भोग और नाश, इसलिए सदैव शुद्ध कमाई से ही अपने परिवार का पालन-पोषण करें। उन्होंने कहा कि गाय व कन्यादान करने से व्यक्ति का लोक व परलोक में जीवन सफल हो जाएगा। बडग़ांव के महंत लहर भारती ने कहा कि जिस घर में पुण्य का वास होता है, वहां साधु-संतों का निवास होता है।
शिकारपुरा के गादीपति दयाराम महाराज ने कहा कि शिक्षा रूपी धन ही सच्चा धन है क्योंकि यह सोने-चांदी व रुपयों की तरह चोरी नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि शिक्षा व संस्कारों से ही व्यक्ति की सही पहचान होती है। कार्यक्रम को तुलसारामजी महाराज के शिष्य धन्नाराम महाराज व जगदीशपुरी महाराज ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान महामंत्री भंवरसिंह कनाना ने श्री खेतेश्वर जन्म शताब्दी महोत्सव व शतकुंडीय महायज्ञ आयोजन के बारे में जानकारी दी। प्रेम सभा के दौरान उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद के रुप में मेथी के लड्डू वितरित किए गए। इस अवसर पर कृषि उपज मंडी समिति के उपाध्यक्ष पारसमल भंडारी, करनाराम माली, मेहराराम चौधरी, समाजसेवी मोहम्मद यूसुफ भांतगर सहित आस-पास के क्षेत्रों से आए कई श्रद्धालु उपस्थित थे।
अतिथियों का किया सम्मान :ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा में आयोजित प्रेम सभा के दौरान मंचासीन अतिथियों का ट्रस्ट मंडल की ओर से स्वागत किया गया। गादीपति महाराज के सानिध्य में महामंडलेश्वर निर्मलदास महाराज, राघवदास महाराज, परेऊ मठ महंत ओंकार भारती, तारामठ के प्रतापपुरी महाराज, लेटा महंत रणछोड़ भारती, शिकारपुरा के दयाराम महाराज, रामेश्वरगिरी कनाना, जगदीशपुरी चौहटन, अणदाराम महाराज सहित पूर्व गृह राज्य मंत्री अमराराम चौधरी, सांचौर विधायक जीवाराम चौधरी,पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, रावल किशनसिंह, पूर्व जिला प्रमुख वालाराम चौधरी, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, उम्मेदसिंह अराबा, राजेंद्रसिंह थोब, हमीरसिंह सिवाना, उपखंड अधिकारी ओपी विश्रोई, पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल व डिस्कॉम पचपदरा के सहायक अभियंता भूपेंद्रसिंह राजपुरोहित का भी सम्मान किया गया।
नेत्र जांच शिविर का समापन: ब्रह्मधाम गादीपति तुलसारामजी महाराज के सानिध्य में चल रहे तीन दिवसीय नेत्र जांच एवं चिकित्सा शिविर का गुरुवार को समापन हुआ। ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार शिविर के दौरान डॉ. महेंद्र पालीवाल, डॉ. विकास पालीवाल व उनकी टीम की ओर से 710 मरीजों की जांच, 70 ऑपरेशन व 431 मरीजों को चश्मे वितरित किए गए। शिविर के समापन अवसर पर डॉक्टरों व उनकी टीम तथा ऑपरेशन किए गए मरीजों का ट्रस्ट मंडल की ओर से सम्मान किया गया।
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