नई दिल्ली। अपने कथित थप्पड़ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए समाज सेवी अन्ना हजारे ने कहा कि है कि, 'पिछले 30 साल से मैं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ़ लड़ रहा हूं, न मैंने किसी को थप्पड़ मारा है, न ही किसी को मारने के लिए कहा, फिर भी थप्पड़ को मेरे साथ जोड़ा जा रहा है।'
उन्होंने कहा कि, 'थप्पड़ के बारे में मेरे बयान को बगैर सोचे-समझे अपराध के रूप में पेश किया जा रहा है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।'
अन्ना ने कहा कि, वह पहले बता चुके हैं कि गांधीजी के पैरों के पास बैठने के भी लायक नहीं हैं। गांधीजी के साथ उन्हें जोड़ना ठीक नहीं। गांधीजी ने तो किसी के लिए कठोर शब्द के प्रयोग को भी हिंसा माना है।
अन्ना ने कहा कि, वह देश और समाज के साथ गद्दारी करने वालों के विरुद्ध वह कई बार कठोर शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं। एक दुर्भाग्यपूर्ण साजिश के तहत थप्पड़ के बारे में गलतफहमियां फैला कर उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है।
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