शनिवार, 3 दिसंबर 2011

ढाणी में लगी आग की भेंट चढ़ गईं दो बच्चियां!


बायतु कस्बे से करीब दस किलोमीटर दूरी पर स्थित बायतु चिमनजी के सदरामणियों गोदारों की ढाणी सरहद में स्थित एक ढाणी में शुक्रवार रात लगी आग में दो मासूम बच्चियां जिंदा जल गईं।

वहीं एक बालक, एक बालिका व दो महिलाएं झुलस गईं, जिन्हें बायतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अचानक लगी आग से झोंपों सहित पूरी ढाणी खाक हो गई। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

मामले के अनुसार सदरामणियों गोदारों की ढाणी में स्थित गोधूराम पुत्र रघुनाथ राम जाट की ढाणी में शुक्रवार रात करीब पौने नौ बजे आग लग गई। जिस वक्त आग लगी गोधूराम के चार बच्चे ढाणी में सो रहे थे और उसकी पत्नी पड़ोस की ढाणी में गई हुई थी।

ढाणी में आग की लपटें उठती देख गोधूराम की पत्नी अणची (32) व भाभी शांतिदेवी पत्नी पूराराम वहां पहुंची तथा बच्चों को बचाने का प्रयास किया। लेकिन, हवा के साथ आग की लपटें तेज हो जाने से गोधूराम की दो मासूम बच्चियां वीरों (7) व बाली (4) की जलने से मौत हो गई।

जबकि एक पुत्री मिरगों (10) व पुत्र मालाराम (3) को बचा लिया गया। बच्चों को बचाने के प्रयास में गोधूराम की पत्नी अणची व भाभी शांतिदेवी भी झुलस गई।

सूचना पर बायतु एसडीएम राकेश चौधरी, सरपंच बालीदेवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। आग में गोधूराम की पूरी ढाणी व उसमें रखा सामान, अनाज, गहना, रुपया सब कुछ जलकर राख हो गया। गोधूराम जैसलमेर क्षेत्र में मुरबे पर मजदूरी करता है, घर पर उसकी पत्नी व बच्चे ही थे।

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