शनिवार, 31 दिसंबर 2011

पार्षदों ने बैठक का किया बहिष्कार



पार्षदों ने बैठक का किया बहिष्कार


कांग्रेसी बाहर निकले जबकि दो भाजपाई पार्षद बोर्ड के समर्थन में बैठे रहे


बैठक शुरू होते ही १८ निकले बाहर, नगरपालिका प्रशासन व बोर्ड पर लगाए आरोप


जैसलमेरनगरपालिका सभाकक्ष में शुक्रवार को जैसे ही बैठक शुरू हुई पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। विरोध कर रहे पार्षदों ने नगरपालिका आयुक्त पर आरोप लगाए और बैठक कक्ष से बाहर निकलकर बैठक का बहिष्कार किया। इस दौरान सभाकक्ष में 11 पार्षद व मनोनीत पार्षद बैठे रहे और नगरपालिका अध्यक्ष अशोक तंवर की अध्यक्षता में बैठक जारी रही। वहीं भाजपा के दो पार्षद भी बोर्ड के समर्थन में बैठक में उपस्थित रहे।

शुक्रवार को नगरपालिका की आम बैठक जैसे ही शुरू हुई पार्षद खीमसिंह, मेघराजसिंह व गिरीश व्यास ने आयुक्त पर बैठक की कार्रवाई में मनमर्जी से संशोधन करने के आरोप लगाए। पार्षदों ने कहा कि बैठक में जो भी विरोध जताया जाता है उसे कार्रवाई में हटा दिया जाता है और प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास बता दिया जाता है। धीरे-धीरे बात बिगड़ती गई और करीब 18 पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। ये पार्षद इस संबंध में कलेक्टर से भी मिले और अपना विरोध दर्ज करवाया।

भाजयुमो अध्यक्ष व प्रतिपक्ष नेता बोर्ड के पक्ष में : आमजनता से जुड़े मुद्दों को लेकर 18 पार्षदों ने बहिष्कार किया वहीं उनका समर्थन भाजपा विधायक छोटू सिंह भाटी ने भी किया। लेकिन भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष व प्रवक्ता दलपत मेघवाल और प्रतिपक्ष के नेता हरिसिंह सोढ़ा बोर्ड के पक्ष में अंदर ही बैठे रहे। नगरपालिका परिसर में हुए विवाद में यह बात भी चर्चा का विषय बनी रही कि आखिर भाजपा के पार्षद कांग्रेस के बोर्ड का समर्थन क्यों कर रहे हैं।

तानाशाही चल रही है

पार्षद खीमसिंह ने बोर्ड पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान में नगरपालिका में हिटलरशाही चल रही है। तानाशाही के चलते मन मुताबिक एजेंडे और बैठक में लिए गए प्रस्तावों में संशोधन कर दिया जाता है। बैठक का बहिष्कार करने वालों में 12 पार्षद कांग्रेस के थे जो अपने ही बोर्ड का विरोध कर रहे थे।

इन्होंने किया बहिष्कार

खीमसिंह, सुमनकंवर, निशा भाटी, प्रभा व्यास, नाथूराम, शांति चूरा, मेघराजसिंह, सायरा, प्रतापचंद खत्री, दरिया देवी, आनंद केवलिया, गिरीश व्यास, गवरी देवी, पुष्पा, विमला खत्री, मीना भाटी, रेखा कंवर व मगन सैन शामिल थे।

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