उत्तर पश्चिम जिले के वाहन चोरी निरोधक दस्ते ने हिमाचल प्रदेश के सोलन में दो किन्नरों की हत्या के आरोप में किन्नर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान आशा (26), दलीप (27), बबलू (25), वकार चौधरी (46) और इकबाल खान (23) के रूप में हुई है। इन लोगों ने लाखों की नकदी व आभूषणों की लूट के लिए दिया था संगीन वारदात को अंजाम। पुलिस ने इनके पास से एक रिवाल्वर व छह जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
उत्तर पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त मीनू चौधरी ने बताया कि 29 अक्टूबर 09 को हिमाचल प्रदेश के सोलन के किन्नर रतनी की मुंहबोली बेटी प्रिया महंत (किन्नर) ने थाना सदर में मामला दर्ज कराया था कि उसके दो गॉड फादर देशराज महंत व उनकी पत्नी किन्नर रतनी उर्फ रजिया की हत्या कर दी गई। घर से नकदी व आभूषण गायब थे। सोलन पुलिस इस मामले की गुत्थी सुलझा नहीं पाई। लेकिन गत 1 दिसंबर को जिले के वाहन चोरी निरोधक दस्ते के एसीपी आस मोहम्मद, इंस्पेक्टर सतपाल सिंह ने एक सूचना के आधार पर पीतमपुरा सब रजिस्ट्रार कार्यालय के निकट किन्नर आशा, दलीप, बबलू, वकार चौधरी और इकबाल खान को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आशा ने बताया कि वह तीन-चार साल पूर्व दिल्ली के गोकुलपुरी में दलीप के साथ पत्नी के रूप में रहती थी। इस समय वह बबलू के साथ रह रही थी, लेकिन उसके संबंध दलीप से भी थे। आशा अक्सर सोलन निवासी देशराज और रतनी के घर जाती रहती थी। इस दौरान पता चला कि रतनी व देशराज के पास नकदी के साथ-साथ बहुत आभूषण है। उसने दलीप, बबलू, वकार चौधरी और इकबाल खान के साथ मिलकर लूटपाट की योजना बनाई।
योजना के मुताबिक 28 अक्टूबर 09 को सभी आरोपी सोनल जाकर एक होटल में रुके। वहां से देशराज महंत के घर पहुंचे। वकार के पास लाइसेंसी रिवाल्वर थी। उसके बल पर आरोपियों ने देशराज व रतनी को रस्सी से बांध दिया। उनके मुंह पर टेप लगा दिया। इसके बाद दो लाख रुपये नकद व करीब चार लाख के आभूषण लूट लिए। चूंकि देशराज व रतनी दोनों आशा को पहचानते थे, इसलिए कहीं राज खुल न जाए, वकार और इकबाल ने चाकू से गला रेतकर उनकी हत्या कर दी। बाद में आरोपी दिल्ली लौट आए
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें