शुक्रवार, 30 दिसंबर 2011

ज़ायका: राजस्थानी दाल - बाटी



ज़ायका: राजस्थानी दाल - बाटी


सामग्री: बाटी के लिए- 2 कप गेहूं का आटा,1 टेबलस्पून रवा, 2 टेबल स्पून घी, नमक स्वाद के लिए। दाल के लिए- 1/2 कप हरी मूंग की दाल, 1 टेबलस्पून चना दाल, 1 टेबलस्पून घी, 1/2 टेबल स्पून गरम मसाला, 1 टेबलस्पून लाल मिर्च पाउडर, 1 टेबलस्पून घनिया पाउडर, 1/4 टेबलस्पून हल्दी पाउडर, आघ कटा नींबू, हरा घनिया कटा हुआ, अदरक बारीक कटा हुआ, 1/2 टेबलस्पून जीरा व राई दाना, दो कप पानी।


विधि: दाल बनाने के लिए दोनों दालों को साथ में मिलाकर कुकर में डालें और नमक व हल्दी डालकर एक कप पानी के साथ उबालें। उघर सभी मसालों का पेस्ट बनाने के लिए आघा कप पानी में मिलाकर रख दें। अब एक कड़ाही में घी डालें व गर्म करें। सबसे पहले इसमें जीरा व सरसों दाना डालें। जब ये चटकने लगे तब बारीक कटा हुआ अदरक डालकर मसालों का पेस्ट एड करें। कुछ देर के लिए भूनें व उबली हुई दाल मिला दें। बाद में नींबू का रस मिलाएं। कटे हुए हरे घनिए से गार्निश करें। गेहूं के आटे में रवा और घी को अच्छी तरह से मिलाएं। गर्म पानी से मिश्रण को एकदम कड़ा गूथ लें और छोटी छोटी लोई बना लें। तंदूर या ओवन को अच्छे से गर्म करें। फिर इसमें लोईयों को हल्की आंच पर तब तक भुनने दें जब तक कि यह ब्राउन न हो जाएं। अवन से निकालकर लोई को साफ कपड़े में रखकर हल्का सा दबाएं और इसे देसी घी में डुबोएं और फिर इससे निकालकर गर्मागर्म दाल के साथ परोसें।

चूरमा


सामग्री: एक चौथाई कप देसी घी, 250 ग्राम गेहूं का आटा, 120 ग्राम पिसी चीनी, 60 ग्राम गोंद, कटे बादाम, एक टेबलस्पून इलायची पाउडर और तलने के लिए घी।


विघि: आटे को लेकर उसमें अच्छी तरह से घी को मिलाकर गूघ लें। अब आटे की छोटी लोई बनाकर घी में धाीमी आंच पर तलें जब तक कि वह कुरकुरी न हो जाए। लोईयों को ओवन में भी बेक कर सकती हैं। ठंडा हो जाने पर लोइयों को ग्राइंडर में पीस कर पाउडर बना लें। अब गोंद को कड़ाही में डालकर तब तक चलाएं जब तक कि वह पक न जाए। फिर इसे निकालकर पीस लें। आटे के मिश्रण में पिसे हुए गोंद को अच्छी तरह मिलाकर पिसी चीनी, बादाम व इलायची पाउडर डालें। अपनी इच्छानुसार इसके लaू बना लें या फिर ऎसे ही सर्व करें।

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