डॉक्टर जिद पर,मरीज बेहाल,सरकार कड़ी
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर इलाज के अभाव में एक बालक ने दम तोड़ा
इलाज के अभाव में प्रदेश में 12 लोगों ने दम तोड़ दिया
जयपुर। सेवारत डॉक्टरों के बाद रेजीडेंट व सीनियर रेजीडेंट के सामूहिक अवकाश से हड़ताल जानलेवा हो गई।बाड़मेर जिला मुख्यालय पर शुक्रवार दोपहर बाद पूर्व पार्षद और मुस्लिम समाज के सदर अशरफ अली के छः वर्षीय भतीज की तबियत बिगड़ गयी उसे राजकीय अस्पताल ले जाया गया जन्हा चिकित्सक उपलब्ध नहीं होने के कारण उपचार नहीं मिला जिससे उसकी मौत हो गयी , इलाज के अभाव में प्रदेश में 12 लोगों ने दम तोड़ दिया। सेवारत चिकित्सकों के समर्थन में प्रदेश के सभी छह मेडिकल कॉलेजों के मेडिकल टीचर्स ने सुबह नौ बजे से 11 बजे तक काम का बहिष्कार किया। इससे बडे अस्पतालों में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इस बीच शुक्रवार को चिकित्सकों के नेता डॉ. अजय चौधरी सहित 153 चिकित्सकों को पुलिस ने रेस्मा के तहत गिरफ्तार कर लिया। अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के प्रवक्ता डॉ. राकेश हीरावत ने बताया कि संघ के संगठन महामंत्री डॉ. अजय चौधरी को पुलिस ने सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज परिसर से गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि अब तक प्राप्त सूचनाओं के अनुसार प्रदेशभर में 153 चिकित्सकों ने गिरफ्तारी दी है।
इस बीच सरकार ने अपना रूख और कड़ा कर लिया है। सीएमओ में शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक में चिकित्सा मंत्री दुर्रू मियां, गृह राज्य मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल, मुख्य सचिव एस अहमद, एसीएस वित्त सचिव सीके मैथ्यू और प्रिंसिपल सेक्रेटरी मेडिकल बीएन शर्मा ने हिस्सा लिया। बैठक में सेना, रेलवे, ईएसआई के अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने सख्त रूख अपनाते हुए आम लोगों को हो रही परेशानी पर नाखुशी जाहिर की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मरीजों के उपचार के लिए पुख्ता वैकल्पिक इंतजाम किये जाएं1 उल्लेखनीय है कि सरकार ने अब तक नौ चिकित्सकों को निलंबित कर दिया है।
यह चाहते हैं डॉक्टर
डॉक्टर समयबद्ध पदोन्नति के लिए 6-12-18 का फॉर्मूला चाहते हैं। ऎसे में जो चिकित्सक 18 वर्ष से अधिक की लम्बी सेवा के बावजूद दूसरी या तीसरी पदोन्नति प्राप्त नहीं कर पाए हैं, उन्हें एक साथ इन पदोन्नतियों का लाभ मिलेगा। वहीं सरकार 6-6-6 के फॉर्मूले पर सहमत है। इसमें हर छह साल के अनुभव के आधार पर ही डॉक्टर को अगली पदोन्नति मिलेगी।
जयपुर। सेवारत डॉक्टरों के बाद रेजीडेंट व सीनियर रेजीडेंट के सामूहिक अवकाश से हड़ताल जानलेवा हो गई।बाड़मेर जिला मुख्यालय पर शुक्रवार दोपहर बाद पूर्व पार्षद और मुस्लिम समाज के सदर अशरफ अली के छः वर्षीय भतीज की तबियत बिगड़ गयी उसे राजकीय अस्पताल ले जाया गया जन्हा चिकित्सक उपलब्ध नहीं होने के कारण उपचार नहीं मिला जिससे उसकी मौत हो गयी , इलाज के अभाव में प्रदेश में 12 लोगों ने दम तोड़ दिया। सेवारत चिकित्सकों के समर्थन में प्रदेश के सभी छह मेडिकल कॉलेजों के मेडिकल टीचर्स ने सुबह नौ बजे से 11 बजे तक काम का बहिष्कार किया। इससे बडे अस्पतालों में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इस बीच शुक्रवार को चिकित्सकों के नेता डॉ. अजय चौधरी सहित 153 चिकित्सकों को पुलिस ने रेस्मा के तहत गिरफ्तार कर लिया। अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के प्रवक्ता डॉ. राकेश हीरावत ने बताया कि संघ के संगठन महामंत्री डॉ. अजय चौधरी को पुलिस ने सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज परिसर से गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि अब तक प्राप्त सूचनाओं के अनुसार प्रदेशभर में 153 चिकित्सकों ने गिरफ्तारी दी है।
इस बीच सरकार ने अपना रूख और कड़ा कर लिया है। सीएमओ में शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक में चिकित्सा मंत्री दुर्रू मियां, गृह राज्य मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल, मुख्य सचिव एस अहमद, एसीएस वित्त सचिव सीके मैथ्यू और प्रिंसिपल सेक्रेटरी मेडिकल बीएन शर्मा ने हिस्सा लिया। बैठक में सेना, रेलवे, ईएसआई के अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने सख्त रूख अपनाते हुए आम लोगों को हो रही परेशानी पर नाखुशी जाहिर की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मरीजों के उपचार के लिए पुख्ता वैकल्पिक इंतजाम किये जाएं1 उल्लेखनीय है कि सरकार ने अब तक नौ चिकित्सकों को निलंबित कर दिया है।
यह चाहते हैं डॉक्टर
डॉक्टर समयबद्ध पदोन्नति के लिए 6-12-18 का फॉर्मूला चाहते हैं। ऎसे में जो चिकित्सक 18 वर्ष से अधिक की लम्बी सेवा के बावजूद दूसरी या तीसरी पदोन्नति प्राप्त नहीं कर पाए हैं, उन्हें एक साथ इन पदोन्नतियों का लाभ मिलेगा। वहीं सरकार 6-6-6 के फॉर्मूले पर सहमत है। इसमें हर छह साल के अनुभव के आधार पर ही डॉक्टर को अगली पदोन्नति मिलेगी।

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