शुक्रवार, 4 नवंबर 2011

विवाहिता ने फांसी लगाई


एक साल पहले प्रेम विवाह किया था, मेडिकल बोर्ड गठन को लेकर पोस्टमार्टम में हुई देरी, परिजन हुए आक्रोशित
आबूरोड शहर के पारसीचाल क्षेत्र में गत रात्रि को एक विवाहिता ने फांसी के लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका ने सालभर पहले ही प्रेम विवाह किया था। पीहर पक्ष ने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाया है।

पारसीचाल निवासी दीनानाथ पुत्र दुर्गा प्रसाद ब्राह्मण ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि बुधवार शाम को उसकी बहू रिंकू उर्फ परी (22) पत्नी जितेन्द्र ने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं युवती के पिता असारवा अहमदाबाद निवासी कांतिलाल पुत्र जीवाजी माली ने आरोप लगाया कि उसकी पुत्री रिंकू ने जितेन्द्र के साथ प्रेम विवाह किया था। जितेन्द्र व उसकी मां रिंकू के साथ मारपीट कर दहेज की मांग किया करते थे जिसके चलते उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शादी को बहुत कम समय होने पर पुलिस ने उपखंड अधिकारी को भी सूचना दी।जिस पर उपखण्ड अधिकारी कुमारपाल गौतम ने मौके पर पहुंचे। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।

गिरफ्तारी की मांग

पीहर पक्ष ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव उठाने से इनकार कर दिया।उनका कहना था कि पुलिस जब तक नामजद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करेगी तब तक शव नहीं लिया जाएगा।

पोस्टमार्टम में देरी से परिजन हुए आक्रोशित

गुरुवार सुबह ही मृतका का शव मोर्चरी में रख दिया था।चिकित्सा विभाग को मेडिकल बोर्ड का गठन करने के निर्देश के बाद जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने माउंटआबू से डॉ. तनवीर, डॉ. दिनेश बैरवा व आबूरोड से डॉक्टर एम.एल. हिंडौनिया को बोर्ड मेम्बर नियुक्त किया। देलदर के चिकित्सक व ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गौतम मुरारका भी मोर्चरी पहुंच गए। मृतका के परिजनों ने बोर्ड में एक भी महिला चिकित्सक नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की तब उपखण्ड अधिकारी ने तत्काल एक महिला चिकित्सक को बोर्ड में शामिल करने के निर्देश दिए। आबूरोड अस्पताल से डॉ. कुसुम अग्रवाल को बुलाया गया। दोपहर 12 बजे तक बोर्ड का गठन नहीं हो पाया।बाद में डॉ. कुसुम अग्रवाल, डॉ. एम. एल. हिंडौनिया, डॉ. दिनेश बैरवा की उपस्थिति में मृतका का पोस्टमार्टम किया गया।

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