बिना बारी के चला दिया एसएलडी में तीन दिन पानी
गुस्साए किसानों ने किया 133 आरडी हेड पर कब्जा
रामगढ़ इंदिरा गांधी नहर परियोजना मोहनगढ़ के अधिशासी अभियंता ने रामगढ़ क्षेत्र के किसानों को गुमराह करते हुए मिली भगती से रामगढ़ की नहरों का पानी सुल्ताना वितरिका में बिना बारी के तीन दिन तक पानी चला दिया। इससे गुस्साए रामगढ़ क्षेत्र के करीब 200 किसान 133 आरडी हेड पर पहुंचे और हेड पर कब्जा कर लिया। जानकारी के अनुसार रामगढ़ क्षेत्र की नहरों की बारीबंदी 31 अक्टूबर से शुरू होनी थी परन्तु मोहनगढ़ के अधिशासी अभियंता ने एसएलडी के रसूखदार किसानों से सांठ गांठ करके बिना बारीबंदी के पानी चला दिया जिससे रामगढ़ की नहरों की बारी पिट गई। किसानों ने नहरी अधिकारियों पर पानी वितरण में पक्षपात का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री, सिंचाई मंत्री, मुख्य अभियंता व कलेक्टर को ज्ञापन प्रेषित किया है। ज्ञापन में किसान लूणसिंह, सांईदाद खान, मनोज कुमार, दीपनगिरी, हुकमाराम, कालूराम गोदारा आदि ने बताया कि वर्तमान में सागरमल गोपा शाखा की बुर्जी 190 से लेकर अंतिम छोर की समस्त नहरों की बारी 31 अक्टूबर से प्रारम्भ होनी थी परन्तु इंगांनप वृत तृतीय के अधिकारियों ने मनमाना रवैया अपनाते हुए अपने क्षेत्र की नहरों में बिना वरीयता के पानी चला दिया। इसी प्रकार पूर्व में भी रामगढ़ क्षेत्र की बारी पिट चुकी है। इस संबंध में कस्बे के समाजसेवी किशनगिरी गोस्वामी ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। उन्होनें पत्र में बताया कि द्वितीय चरण में मांग के अनुरूप पानी मिलने के बावजूद रामगढ़ की नहरों में पर्याप्त पानी नहीं चलाया जा रहा है। मोहनगढ़ के अधिकारियों की मिली भगती के चलते 700 क्यूसेक मांग के विरूद्ध कागजों में 400 क्यूसेक बताया जा रहा है जबकि मौके पर मात्र 200 क्यूसेक पानी ही छोड़ा जा रहा है। इस संबंध में जब किसानों ने अधिशासी अभियंता से बात करनी चाही तो उन्होंने बात नहीं की। मजबूर होकर किसानों ने 133 आरडी हेड पर कब्जा कर लिया और मौके पर मौजूद नहरी अधिकारियों का घेराव किया। इस दौरान पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी भी वहां पहुंचे तथा किसानों के आंदोलन में शामिल हुए। किसानों के उग्र रवैये को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए रामगढ़ व मोहनगढ़ पुलिस भी मौके पर पहुंची। शाम करीब 5 बजे अधिशासी अभियंता मोहनगढ़ के 133 आरडी पहुंचने पर किसानों ने लगातार रामगढ़ क्षेत्र के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने पर रोष प्रकट करते हुए घेराव किया तथा बारीबंदी का पर्याप्त पानी छोडऩे की मांग रखी। अधिशासी अभियंता जी.सी. मंगल ने कहा कि सुल्ताना वितरिका की बारीबंदी पिटने के कारण ही उसमें अतिरिक्त पानी चलाया गया था। 4 नवंबर से 133 आरडी से नीचे रामगढ़ क्षेत्र की समस्त नहरों में बारीबंदी का पर्याप्त पानी चलाया जाएगा। बारीबन्दी का पर्याप्त पानी चलाने का आश्वासन मिलने पर किसानों ने हेड पर से कब्जा हटाया।
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