वे मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती थे और डायलिसिस पर थे। निमोनिया होने के बाद 23 अक्टूबर को हजारिका की हालत बिगड़ गई थी। उनकी एक मामूली सर्जरी करनी पड़ी। उन्हें संक्रमण था।
दादा साहब फाल्के पुरस्कार और पद्म भूषण से नवाजे जा चुके 86 वर्षीय हजारिका का 29 जून से अस्पताल में उपचार चल रहा था। हजारिका देश के ऐसे विलक्षण कलाकार थे, जो अपने गीत खुद लिखते थे, संगीतबद्ध करते थे और गाते थे।
हजारिका का जन्म असम के सादिया में हुआ था। बचपन में ही उन्होंने अपना प्रथम गीत लिखा और दस वर्ष की आयु में उसे गाया। साथ ही उन्होंने असमिया चलचित्र की दूसरी फिल्म इंद्रमालती के लिए 1939 में बारह वर्ष की आयु में भी काम भी किया।
‘गांधी टू हिटलर’ फिल्म में महात्मा गांधी के भजन ‘वैष्णव जन’ में अपनी आवाज देने वाले हजारे की शख्सियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें दक्षिण एशिया के सांस्कृतिक दूतों में से एक माना जाता है।
उन्होंने न सिर्फ गीत लिखे बल्कि कविता लेखन, पत्रकारिता, गायन, फिल्म निर्माण आदि अनेक क्षेत्रों में काम किया।
हजारे को इस साल अपना जन्मदिन भी अस्पताल में ही मनाना पड़ा। उनका जन्मदिन आठ सितंबर को पड़ता था। इस दिन वे अस्पताल में ही भर्ती थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें