वन मंत्री रामलाल जाट का इस्तीफा!
जयपुर/उदयपुर। राजस्थान के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री रामलाल जाट ने सौंपा इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने खुद पर लग रहे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि वे हर तरह की जांच कराने को तैयार हूं। जाट ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप दिया है। हालाकि सीएम हाउस से फिलहाल मंत्री के इस्तीफा सौंपने की पुष्टि नहीं की गई है।
ज्ञातव्य है कि उन पर भीलवाड़ा जिले की पारसदेवी की मौत के राज को दबाने की कोशिश करने जैसे कई आरोप लग रहे थे। सरकार पारसदेवी की मौत के कारण जानने के लिए जांच बिठा चुकी है। 27 सितम्बर को मौत के बाद पारसदेवी के शव का भीलवाड़ा शहर से गुलाबपुरा और फिर देर रात भीलवाड़ा लाकर आधी रात के बाद पोस्टमार्टम कराने के दबाव ने जिले से राज्यमंत्री रामलाल जाट की गतिविधियों की पोल खोलकर रख दी है।
पारसदेवी की मौत और उस पर सरकार के रवैये से खफा उसके पिता रामेश्वरलाल जाट इस घटनाक्रम में मंत्री रामलाल जाट के चरित्र पर दबंगता से अंगुली उठा रहे हैं पर सरकार अपने दागी मंत्री को बचाने में लगी है। सरकार के जिम्मेदार अफसरों को मुट्ठी में कर चुके मंत्री की गतिविधियों पर पर्दा डालने का प्रयास चलता रहता है।
इसका जीता जागता नमूना है पारसदेवी की मौत। इसके कारणों का खुलासा प्रशासन, चिकित्सक और सरकार तथा खुद मंत्री और मृतका के पति रतनलाल जाट नहीं कर रहे हैं। जबकि इंसाफ मांग रहे पारस के पिता रामेश्वर को मंत्री के प्रभाव के चलते अलग-थलग कर दिया गया है।
जयपुर/उदयपुर। राजस्थान के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री रामलाल जाट ने सौंपा इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने खुद पर लग रहे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि वे हर तरह की जांच कराने को तैयार हूं। जाट ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप दिया है। हालाकि सीएम हाउस से फिलहाल मंत्री के इस्तीफा सौंपने की पुष्टि नहीं की गई है।
ज्ञातव्य है कि उन पर भीलवाड़ा जिले की पारसदेवी की मौत के राज को दबाने की कोशिश करने जैसे कई आरोप लग रहे थे। सरकार पारसदेवी की मौत के कारण जानने के लिए जांच बिठा चुकी है। 27 सितम्बर को मौत के बाद पारसदेवी के शव का भीलवाड़ा शहर से गुलाबपुरा और फिर देर रात भीलवाड़ा लाकर आधी रात के बाद पोस्टमार्टम कराने के दबाव ने जिले से राज्यमंत्री रामलाल जाट की गतिविधियों की पोल खोलकर रख दी है।
पारसदेवी की मौत और उस पर सरकार के रवैये से खफा उसके पिता रामेश्वरलाल जाट इस घटनाक्रम में मंत्री रामलाल जाट के चरित्र पर दबंगता से अंगुली उठा रहे हैं पर सरकार अपने दागी मंत्री को बचाने में लगी है। सरकार के जिम्मेदार अफसरों को मुट्ठी में कर चुके मंत्री की गतिविधियों पर पर्दा डालने का प्रयास चलता रहता है।
इसका जीता जागता नमूना है पारसदेवी की मौत। इसके कारणों का खुलासा प्रशासन, चिकित्सक और सरकार तथा खुद मंत्री और मृतका के पति रतनलाल जाट नहीं कर रहे हैं। जबकि इंसाफ मांग रहे पारस के पिता रामेश्वर को मंत्री के प्रभाव के चलते अलग-थलग कर दिया गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें