मासूमो ने पाल किनारे रखा स्वच्छता का आधार



मासूमो ने पाल किनारे रखा स्वच्छता का आधार 

जिला कलेक्टर ने ब़ाया बच्चों का होसला 

रेली निकाल कर दिया सन्देश 


वरुण देवता का स्मरण है तालाब , तालाब कहीं भी हो, देश के एक कोने से दूसरे कोने तक की नदियों को ही पुज़रा जाता है। आज जरूरत है श्लोकों की लहरों की , मिट्टी में फावड़ों के टकराने की खड़खड़ाहट की , जरूरत है पानी के दबाव से कमजोर होने लगे पाल के बचाव की और कचरे से अटने लगे हलक तर करने वाले पानी की स्वच्छता की ...इसी जरूरत को अपने जेहन में रखते हुए एक साथ सेकड़ो बच्चे पहुचे जसदेसर तालाब और साफ़ किया उसे। ईन मासूमो होसले को ब़ाने के लिए बाड़मेर जिला क्लेक्टर भी इनके पास पहुची ... 
बाड़मेर ,15 अक्टूबर। तालाब पश्चिमी राजस्थान के प्रमुख जल स्त्रोतो में से एक है ऐसे में इनकी सफाई और इनके जल की स्वच्छता की बेहद ज्यादा आवश्यकता है। इसी बात ज़्ो आधार बनाते हुए राजस्थान राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल गुणवत्ता जांच एवं निगरानी कार्यक्रम और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार की रोज स्थानीय भीम विद्या मन्दिर उच्च प्राथमिक विद्यालय के सैकड़ो बच्च्ो ने अपने हाथो में बैनर थाम कर जल स्वच्छता का संदेश दिया। रैली के बाद इन बच्च्ो ने स्थानीय जसदेशर तालाब पहूंच कर उस तालाब की सफाई की। इस मौके पर इन मासूमो के हौसले को बाने के लिए बाड़मेर जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान भी मौजूद रहीं। बच्च्ो द्वारा पिछले दिनो नवरातरा और गणेश महोत्सव के दौरान शहर भर से यहां तालाब में गिराई गई पूजा सामग्री, हवन कूंण्ड, मिट्टी ज़्े बर्तन और प्लाष्किज का कचरा तालाब से निकाल कर तालाब को साफ किया। सीसीडीयू आईईसी क्न्सलटेंट अशोकसिंह ने बताया कि सरकार जहां पेयजल की गुणवता को लेकर बेहद गम्भीर हैं वहीं मौजूदा पेयजल स्त्रोतो में मौजूद पानी की सफाई और उस पानी को पेयजल लायक बनाने के लिए गम्भीरता से प्रयासरत है। ऐसे में विद्यालय विद्यार्थियों द्वारा रैली निकालकर आम आवाम का ध्यान इस बात की ओर खेचने का प्रयास किया गया हैं कि जो पानी मौजूद है उसकी स्वच्छता न केवल मानव स्वास्थ्य के लिए जरूरी है वरन उसका उपयोग करने वाला हर आधार स्वच्छता के बिना विकसित नही हो सकता है। जसदेशर तालाब की स्वच्छता अभियान के दौरान बच्च्ो का हौसला अफजाई करते हुए बाड़मेर जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने ज़्हा कि बच्च्ो के द्वारा तालाब की सफाई जैसे गम्भीर मुद्दे पर कदम ब़ाना वाकेई काबिले तारीफ हैं। वहीं बचपन में ही स्वच्छता का पाठ अपने जीवन में उतारना इन बच्च्ो के बेहतर भविष्य की ओर इशारा करता है। इस अभियान के दौरान बच्च्ो को स्वच्छता का पाठ पाते हुए स्वामी प्रतापपुरी ने कहा कि जिस तरह एक इन्सान स्वस्थ्य शरीर की अभिलाशा करता है वैसे ही इन्सान के लिए स्वच्छ पानी का पिना बेहद जरूरी है। इस अवसर पर बच्च्ो को भीम विद्या मन्दिर उच्च प्राथमिक विद्यालय के संस्था प्रधान प्रेम परिहार, डॉ शंकरलाल नामा, डालूराम सेजू, रामगिरी स्वामी, जीवणराम ग़वीर, सालूराम सेजू, राजूराम परिहार, भारती स्वामी तथा भावना भाटी ने भी संबोधित ज़ि्या। 

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