शनिवार, 1 अक्तूबर 2011

ब्रिटिश संसद में जासूसी में पकड़ी गई रशियन हसीना पर निर्वासन की तलवार



ब्रिटिश संसद में जासूसी करने के आरोप में पकड़ी गई रशियन बाला कतिया जाटुलिवेटर के निर्वासन के मामले में नया मोड़ आ गया है। कतिया जाटुलिवेटर के भाग्य का फैसला करने वाले पैनल में ब्रिटिश खुफिया एजेंसी एमआई-5 के पूर्व प्रमुख स्टीफन लैंडर को भी शामिल किया गया है। जजों का पैनल जाटुलिवेटर के निर्वासन के मामले पर फैसला करेगा। वहीं एमआई-5 के पूर्व प्रमुख को पैनल में शामिल किए जाने पर कतिया के वकील ने पक्षपात की संभावना जताई है।

गौरतलब है कि ब्रिटिश संसद में काम कर चुकी कतिया पर रूस के लिए संवेदनशील सूचनाएं चुराने का आरोप है। ब्रिटिश इंटेलीजेंस द्वारा लगाए गये आरोपों के मुताबिक काटिया जाटुलिवेटर ने ब्रिटिश संसद में कार्यरत रहने के दौरान अपनी पोजिशन का इस्तेमाल लिबरल डेमोक्रेट सांसद माइक हैनकाक के सहायक के तौर पर क्रेमलिन के लिए किया।। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्राडफोर्ड, ब्रिटेन में पढा़ई के लिए आई जाटुलिवेटर ने नवंबर २००६ में ब्रिटिश सांसद हैंकाक के लिए काम करना शुरु किया। दिसंबर 2010 में मामले का खुलासा होने पर जाटुलिवेटर को गैटविक एअरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया।
इस मामले में कतिया पर निर्वासन का मामला चल रहा है। आरोप साबित होने पर उन्हें ब्रिटेन छोड़ना होगा।

जाटुलिवेटर ने स्पेशल इमीग्रेशन अपील्स कमीशन(SIAC) से अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए वापस लेने का आग्रह किया है। ये पहली बार होगा कि एसआईएसी किसी जासूसी से जुड़े मामले की सुनवाई करेगी। जस्टिस मिटिंग ने बताया कि लैंडर पैनल में महत्वपूर्ण विशेषज्ञता उपलब्ध कराने के लिए शामिल किए गए हैं।



वहीं जाटुलिवेटर के मामले की पैरवी कर रहे वकील टिम ओवेन ने कहा कि लैंडर के पैनल में शामिल होने से स्पष्ट तौर पर पूर्वाग्रह पर आधारित पक्षपातपूर्ण फैसले की संभावना बढ़ गई है। उनका आरोप था कि लैंडर उन लोगों में हैं जो चाहते हैं कि जाटुलिवेटर का निर्वासन हो जाए।

1996-2002 तक लैंडर ने डायरेक्टर जनरल के रूप में अपनी सेवाएं सुरक्षा एजेंसियों को दी। उसके बाद 2006 से 2009 तक सीरियस आर्गनाइज्ड क्राइम एजेंसी के चेयरमैन रहे।

जाटुलिवेटर ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों से इंकार किया वहीं उनके वकील ने मामले को गलत, परिकल्पनाओं पर आधारित बताया। जाटुलिवेटर की गिरफ्तारी पर पोर्ट्समाउथ से सांसद हैंकॉक ने कहा कि वह एक बेहतरीन और ईमानदार कर्मचारी थीं।
अपील की सुनवाई अक्टूबर में होनी है।

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