गहलोत दिल्ली तलब,कैबिनेट में फेरबदल संभव
जयपुर। केंद्र में सरकार का अंदरूनी संकट समाप्त होने के बाद अब प्रदेश में पिछले दिनों हुई उथल-पुथल पर आलाकमान की तीखी निगाह है। इस कड़ी में गुरूवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिल्ली बुलाया गया है। गोपालगढ़ मामले के बाद सीएम की पार्टी आलाकमान से यह पहली मुलाकात होगी, जिसमें वे प्रदेश की राजनीतिक स्थिति की रिपोर्टü पेश करेंगे। राजनीतिक हलकों में यह कयास लगाया जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल में फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
जानकारी के अनुसार, गोपालगढ़ में हुई हिंसा और पुलिस की फायरिंग के बाद दस लोगों की मौत हुई है। समुदाय विशेष्ा के लोगों की इस तरह से मौत होने पर प्रदेश में विभिन्न स्थानों से तीखी प्रतिक्रिया आ रही थी। केंद्र से आई टीम ने भी सरकार की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाते हुए रिपोर्ट आलाकमान को सौंपी थी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए सीएम ने क्षेत्र के कलेक्टर और एसपी को एपीओ और फिर निलंबित कर दिया। साथ ही आईजी सुनील दत को भी हटा दिया। यहीं नहीं मामले में अधिकारियों की पैरवी करने वाले एसीएस होम पीके देव का भी विभाग बदल दिया। इन तमाम कवायद को आज आलाकमान के सामने पेश किए जाने की संभावना है।
फेरबदल के संकेत
दो बड़ी घटनाओ के बाद सीएम की इस मुलाकात को प्रदेश में बडे राजनीतिक घटनाक्रम के रूप में भी देखा जा रहा है। दोनों मामलों में पार्टी समर्थक समुदाय के लोगों का नुकसान हुआ है। इस बात को मुद्दा बना कर आलाकमान को शिकायत की गई है। माना जा रहा है कि इसको देखते हुए प्रदेश में बडे फेरबदल हो सकते हैं। इसमें कई मंत्रियों के हटने और विभाग बदलने के साथ-साथ नए चेहरों को भी स्थान मिल सकता है। साथ ही पिछले काफी समय से रूकी राजनीतिक नियुक्तियों को भी आलाकमान हरी झंडी दे सकता है।
जयपुर। केंद्र में सरकार का अंदरूनी संकट समाप्त होने के बाद अब प्रदेश में पिछले दिनों हुई उथल-पुथल पर आलाकमान की तीखी निगाह है। इस कड़ी में गुरूवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिल्ली बुलाया गया है। गोपालगढ़ मामले के बाद सीएम की पार्टी आलाकमान से यह पहली मुलाकात होगी, जिसमें वे प्रदेश की राजनीतिक स्थिति की रिपोर्टü पेश करेंगे। राजनीतिक हलकों में यह कयास लगाया जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल में फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
जानकारी के अनुसार, गोपालगढ़ में हुई हिंसा और पुलिस की फायरिंग के बाद दस लोगों की मौत हुई है। समुदाय विशेष्ा के लोगों की इस तरह से मौत होने पर प्रदेश में विभिन्न स्थानों से तीखी प्रतिक्रिया आ रही थी। केंद्र से आई टीम ने भी सरकार की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाते हुए रिपोर्ट आलाकमान को सौंपी थी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए सीएम ने क्षेत्र के कलेक्टर और एसपी को एपीओ और फिर निलंबित कर दिया। साथ ही आईजी सुनील दत को भी हटा दिया। यहीं नहीं मामले में अधिकारियों की पैरवी करने वाले एसीएस होम पीके देव का भी विभाग बदल दिया। इन तमाम कवायद को आज आलाकमान के सामने पेश किए जाने की संभावना है।
फेरबदल के संकेत
दो बड़ी घटनाओ के बाद सीएम की इस मुलाकात को प्रदेश में बडे राजनीतिक घटनाक्रम के रूप में भी देखा जा रहा है। दोनों मामलों में पार्टी समर्थक समुदाय के लोगों का नुकसान हुआ है। इस बात को मुद्दा बना कर आलाकमान को शिकायत की गई है। माना जा रहा है कि इसको देखते हुए प्रदेश में बडे फेरबदल हो सकते हैं। इसमें कई मंत्रियों के हटने और विभाग बदलने के साथ-साथ नए चेहरों को भी स्थान मिल सकता है। साथ ही पिछले काफी समय से रूकी राजनीतिक नियुक्तियों को भी आलाकमान हरी झंडी दे सकता है।
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