जोधपुर। पति पत्नी में मनमुटाव के बाद अपने पीहर में रह रही पत्नी पर कैंची से हमला कर घायल कर देने के आरोपी पति को राजस्थान हाईकोर्ट ने जमानत पर रिहा करने से इनकार कर दिया है। यह आदेश न्यायाधीश संदीप मेहता ने पिछौली भटियानी उदयपुर निवासी प्रार्थी आरोपी प्रेमशंकर उर्फ गुडडू की ओर से दायर जमानत आवेदन की सुनवाई में दिए।
मामले के अनुसार थाना सूरजपोल उदयपुर में परिवादी श्रीमती पूजा उर्फ गौरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी शादी प्रेमशंकर के साथ 17 वर्ष पूर्व हुई थी। करीब तीन माह से वह उसके पति के साथ मनमुटाव के चलते पीहर में रह रही है तथा भटियानी चोहट्टा में ब्यूटी पार्लर चलाती है। घटना के दिन सुबह जब उसने पार्लर खोला तो उसका पति प्रेमशंकर भी आगया जिसके हाथ में लोहे की कैंची थी। उसने दुकान का दरवाजा बंद कर उस पर हमला किया व जान से मारने की नियत से अंधाधुंध वार करने लगा।
उसने उसका गला भी दबा दिया जिससे वह नीचे गिर गई। इस पर उसने अपने जेब से शीशी निकाल कर यह कहते हुए पी गया कि वह आत्महत्या कर रहा है। हल्ला सुन कर पड़ोसियों ने दरवाजा के कांच तोड़ कर अंदर आए व अस्पताल लेकर गए। इस पर थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया। अदालत में सरकारी वकील महीपाल विश्नोई ने आरोपी की जमानत का विरोध करते हुए कहा कि परिवादिया के 11 चोटें आई है जिसमें से कई चोटें घातक है।
मामले के अनुसार थाना सूरजपोल उदयपुर में परिवादी श्रीमती पूजा उर्फ गौरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी शादी प्रेमशंकर के साथ 17 वर्ष पूर्व हुई थी। करीब तीन माह से वह उसके पति के साथ मनमुटाव के चलते पीहर में रह रही है तथा भटियानी चोहट्टा में ब्यूटी पार्लर चलाती है। घटना के दिन सुबह जब उसने पार्लर खोला तो उसका पति प्रेमशंकर भी आगया जिसके हाथ में लोहे की कैंची थी। उसने दुकान का दरवाजा बंद कर उस पर हमला किया व जान से मारने की नियत से अंधाधुंध वार करने लगा।
उसने उसका गला भी दबा दिया जिससे वह नीचे गिर गई। इस पर उसने अपने जेब से शीशी निकाल कर यह कहते हुए पी गया कि वह आत्महत्या कर रहा है। हल्ला सुन कर पड़ोसियों ने दरवाजा के कांच तोड़ कर अंदर आए व अस्पताल लेकर गए। इस पर थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया। अदालत में सरकारी वकील महीपाल विश्नोई ने आरोपी की जमानत का विरोध करते हुए कहा कि परिवादिया के 11 चोटें आई है जिसमें से कई चोटें घातक है।
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